बगहा: बिहार में पूर्ण शराबबंदी (Complete Prohibition in Bihar) कानून को जनप्रतिनिधि ही धत्ता बताते हुए कानून को ताक पर रख रहे हैं. ऐसा हम इस लिए कह रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सरकारी अधिकारियों, कर्मियों समेत पंचायत स्तर तक के जनप्रतिनिधियों को शराबबंदी कानून को सफल बनाने के लिए शपथ दिलवाया है. इसके बावजूद पश्चिम चंपारण जिला के बगहा के नौरंगिया मुशहर टोली में एक वार्ड सदस्य 4 लीटर चुलाई शराब का कारोबार करते पकड़ा गया. ड्रोन और खोजी कुत्ते की मदद से चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के बाद जो खुलासा हुआ है उससे अधिकारियों की नींद उड़ई हुई है.
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शराब के साथ वार्ड सदस्य गिरफ्तार: एक तरफ इस सर्च ऑपरेशन से शराब कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है तो वहीं वार्ड सदस्य को रंगे हाथों गिरफ्तार किये जाने के बाद गांव में शराब बनाने और बेचने का खुलासा हुआ. जिसको लेकर पुलिस अलर्ट मोड में है. गौरतलब है कि पिछले दिनों मद्य उत्पाद सचिव के के पाठक के दौरे के बाद उत्पाद विभाग के सारे कर्मियों और अधिकारियों के वेतन पर अगले आदेश तक रोक लगा दिया गया था. जिसके बाद हरकत में आई उत्पाद विभाग की टीम ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दिया है. नतीजतन अब खुद पंचायतीराज के जनप्रतिनिधि को ही इस गोरखधंधे में शामिल होने की पुष्टि हुई. जिसके बाद जिले में शराबबंदी की सफलता को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं.
'बगहा के दो प्रखंड के बेलहवां मदनपुर पंचायत के वार्ड नं 9 का वार्ड सदस्य ललन महतो, देशी शराब की खेप के साथ पकड़ा गया है. नौरंगिया थाना क्षेत्र के सिरिसिया धांगड़ टोली में सर्च अभियान के दौरान पुलिस औऱ उत्पाद विभाग की संयुक्त टीम को ये सफलता मिली है.' - सगीर अंसारी, इंस्पेक्टर, उत्पाद विभाग
शराब कारोबारियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन: उत्पाद विभाग के अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में लगातार अभियान चलता रहेगा. गौरतलब है कि बिहार सरकार ने 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था. कानून के तहत शराब की बिक्री, पीने और बनाने पर प्रतिबंध है. शुरुआत में इस कानून के तहत संपत्ति कुर्क करने और उम्र कैद की सजा तक का प्रावधान था, लेकिन 2018 में संशोधन के बाद सजा में थोड़ी छूट दी गई थी. बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बाद से बिहार पुलिस मुख्यालय के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक मद्य निषेध कानून उल्लंघन से जुड़े करीब 3 लाख से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं.
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