बगहा: कपरधिका कुष्ठ आश्रम के रोगियों को इस महामारी के दौर में अब तक सरकारी मदद नहीं मिल पाई है. लॉक डाउन लगे एक महीने पूरे होने वाले हैं. लेकिन अब तक इन्हें पर्याप्त मात्रा में अनाज उपलब्ध नहीं हो सका है. जिस वजह से दर्जनों कुष्ठ रोगी परिवार भूखमरी के कगार पर आ गए हैं. कुष्ठ आश्रम में रह रहे कुष्ठ रोगियों ने बताया कि इस संकट की स्थिति में भी सरकार ने उनकी सुधि नहीं ली.
थानाध्यक्ष, रमपुरवा मिशनरी ने दिया था राशन
बता दें कि इस कुष्ठ आश्रम में तकरीबन 150 कुष्ट संक्रमित लोग रहते हैं और इनका जीवन यापन भीख मांग कर चलता है. लेकिन जब से लॉक डाउन लगा है इनका रोजी-रोटी बंद हो चुका है. इनका कहना है कि जब राशन पानी की समस्या हुई तो एक दिन भीख मांगने निकले थे. लेकिन लोगों ने भगा दिया. इसी बीच एक मर्तबा स्थानीय थानाध्यक्ष और रमपुरवा मिशनरी ने 5 किलो चावल और गेंहू सहित कुछ अन्य सामग्रियां दी थी. जो कि एक महीने के लिए पर्याप्त नही था.
बीडीओ, सीओ ने दिया शीघ्र राशन मुहैया का भरोसा
कुष्ठ रोगियों ने बताया कि इस महामारी की आफत में उनकी मदद करने वाला कोई नहीं है. हालात ऐसे हैं कि एक समय खाना नसीब होता है. तो दूसरे समय के लिए सोचना पड़ता है. इन विपरीत परिस्थितियों में शनिवार को जब बीडीओ और सीओ कुष्ठ आश्रम पंहुंचे, तो अधिकारियों ने उन्हे आश्वस्त किया कि एक दो रोज में इस कुष्ठ आश्रम में राशन वितरित किया जाएगा.