बगहाः जिले के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल से भटका एक तेंदुआ करमहिया गांव के एक घर मे घुस गया और पलंग के नीचे छिप घण्टों बैठा रहा. तेंदुआ के हमले में एक 6 वर्षीय बच्ची जख्मी हो गई. वहीं, परिजनों ने पलंग पर सो रहे एक साल के बच्चे को काफी जद्दोजहद के बाद बचा लिया. हालांकि वन विभाग की टीम ने घण्टों बाद तेंदुआ का रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया.
गांव में घुसा तेंदुआ
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के वाल्मीकिनगर अंतर्गत भेड़िहारी करमहिया गांव के एक मकान में तेंदुआ घुस गया. रात को घुसे तेंदुआ के बारे में घर वालों को तब जानकारी हुई, जब अहले सुबह उठकर एक 6 वर्षीय बच्ची उस कमरे के तरफ गई. जिधर तेंदुआ घात लगाकर बैठा हुआ था. जैसे ही बच्ची कमरे में घुसी पर्दा के पीछे से तेंदुआ ने हमला बोल दिया. जिसमें बच्ची जख्मी हो गई.
मामा ने लाठी से पीटकर भांजी को बचाया
बच्ची का शोर सुन बगल के कमरे में सोया हुआ मामा उठकर आया तो तेंदुआ के कब्जे में बच्ची को देख लाठी से ताबड़तोड़ प्रहार करने लगा. जिसके बाद तेंदुआ पलंग के नीचे जा छिपा. हालांकि तेंदुआ जिस पलंग के नीचे छुपा उसी पलंग के ऊपर एक वर्ष का लड़का सोया हुआ था. जिसको परिजनों ने दीवार तोड़कर बाहर निकाला और तेंदुआ को घर के भीतर दरवाजा लगाकर कैद कर दिया.
वन विभाग की टीम ने किया रेस्क्यू
वहीं, सूचना पाकर वाल्मीकिनगर थानाध्यक्ष जयप्रकाश चौधरी अपने दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और लोगों की जमा भीड़ को हटाया. साथ ही वन विभाग की टीम भी मौके पर रेंजर महेश प्रसाद के साथ पहुंची और घण्टों मशक्कत के बाद तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज कर बेहोश किया. फिर उसे सुरक्षित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल मे छोड़ दिया गया.