बेतिया: जिले के पीपी तटबंध के जीएच प्रभाग के बहेलिया के पास 4 नंबर ठोकर पर एन्टीरोजन कार्य में अनियमितता को लेकर ग्रामीणों ने हंगामा किया. ग्रामीणों ने एन्टीरोजन कार्य में लापरवाही को लेकर विभाग के वरीय अधिकारीयों से जांच कर अधिकारी और संवेदक पर कार्रवाई की मांग की है. साथ ही ग्रामीणों ने कार्य में सुधार नहीं होने पर काम रोकने की चेतावनी दी है.
ग्रामीणों का कहना है कि पीपी तटबंध पर जो काम चल रहा है उसमें घोर अनियमितता बरती जा रही है. ग्रामीणों ने काम करवाने वाले इंजिनियर और सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर संवेदकों के साथ मिली भगत कर घटिया काम करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने बताया कि प्रकोपाईन कार्य में घटिया सामग्री प्रयोग किया जा रहा है. वहीं, बोल्डर और कैटरिंग में घोर अनियमितता बरती जा रही है. छोटे छोटे आकार का बोल्डर का इस्तेमाल किया जा रहा है. जो किसी काम का नहीं है. साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि साइड पर मौजूद सिंचाई विभाग के एसडीओ और जेई मानक के अनुरूप कार्य नहीं कर रहें है. कार्य की गुणवत्ता में अनदेखी करते हैं. इससे सरकारी खजाने की लूट हो रही है.
इंजीनियर ने किया अनियमितता को उजागर
बता दें कि लॉकडाउन मे घर आए इंजीनियरों ने देखा तटबंध पर हो रहे कामों में काफी अनियमितता बरती जा रही है. इंजीनियर राहुल ने बताया कि प्रकोपाईन में सरिया कंकरीट से ढ़के नहीं होने की वजह से बाहर से ही दिख रहा. जो कि पानी के संपर्क मे आते ही जंग लगना शुरू हो जाएगा. जिससे समय से पहले ही तटबंध पर लगा प्रकोपाईन क्षतिग्रस्त हो जाएगा. साथ ही उन्होेंने बताया कि प्रकोपाईन निर्माण के दौरान तकनीकी लापरवाही बरती गई है. आइएस कोड के अनुसार प्रकोपाईन ढ़ालने से 28 दिनों तक पानी से तराई होनी चाहिए. जबकि एक सप्ताह के भीतर बिना तराई के ही प्रकोपाईन उपयोग में लाया जा रहा है. जो उपयोग करने के दौरान ही क्षतिग्रस्त हो जाते हैं.
एसडीओ ने स्वीकार किया प्रकोपाईन बनाने में हुई है अनियमितता
ग्रामीणों के आरोप के बाद इस बारे में सिंचाई विभाग के एसडीओ रवि प्रकाश ने कहा कि प्रकोपाईन बनाने के काम में अनियमितता की बात सामने आई है, उसे बदला जा रहा है. जल्द ही सही वाले प्रकोपाईन का उपयोग किया जाएगा.