बगहा: बिहार के बगहा में नाबालिग किशोरियों की जबरन शादी और खरीद-फरोख्त (Human trafficking exposed in Bagaha) का मामला सामने आया है. पुलिस ने लड़कियों की खरीद-फरोख्त कर शादी कराने वाले गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया और एक लड़की को बेचे जाने से बचा लिया. पुलिस ने गिरोह के दलालों के साथ लड़की को शादी के लिए बेचने जा रही उसकी मां और मौसी को भी हिरासत में लिया है. यह मामला बगहा के धनहा थाना क्षेत्र का है. मामले में पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर कार्रवाई की. मौसी और मां समेत दो दलालों हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.
ये भी पढ़ेंः जीजा और चचेरी बहन ने नाबालिग को राजस्थान में जाकर बेचा, गर्भवती होने पर हुआ खुलासा
क्षेत्र में सक्रिय हैं लड़कियों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोहः नाबालिग लड़कियों की खरीद फरोख्त कर शादी कराने वाले गिरोह के सदस्य इस क्षेत्र में सक्रिय हैं. यह गिरोह नाबालिग लड़कियों के परिजनों को बहला फुसला कर बरेली में शादी करने की नीयत से खरीद बिक्री करते हैं. मामले में ग्रामीणों ने मौसी, माता और दो दलाल सहित तीन आरोपियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले तो ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस आनाकानी कर रही थी. इसके बाद पीड़ित किशोरी के विद्यालय के प्रधान शिक्षक ने इसकी शिकायत की. तब थानाध्यक्ष से उनकी भी काफी कहासुनी हुई. तब इस मामले की सूचना प्रिंसिपल ने एसडीएम को दी. इसके बाद पुलिस हरकत में आई.
गंडक पार के चारो इलाकों में फैला है नेटवर्कः धनहा थाना क्षेत्र के एक सरकारी स्कूल में वर्ग पांच में पढ़ रही नाबालिग लड़की की शादी का मामला तब उजागर हुआ. जब उसकी मौसी और दो दलाल इसको बरेली ले जाने के लिए लड़की के घर पहुंचे. लड़की तीन दिनों से घर नहीं जा रही थी और उसने अपनी आपबीती विद्यालय के प्रधानाध्यापक से सुनाई. बताया जाता है कि गण्डक दियारा पार के यूपी-बिहार सीमा से सटे इस इलाके में 20 से 25 लड़कियां इस तरह के मामले में शिकार हुई है. बरेली से इनका नेटवर्क पूरे गंडक पार के चारों प्रखंडों में फैला है.नाबालिग लड़कियों की लाखों में तस्करी कर बरेली में ले जाकर शादी की जाती है. नेटवर्क से जुड़े कुछ लोग पैसे वसूल कर बड़ी उम्र के लड़कों से नाबालिग लड़कियों की शादी करवा रहे हैं. यह शादी दलाल के माध्यम से कराई जाती है.
स्कूल के प्रिंसिपल की पहल से धराए दलालः विद्यालय के प्रिंसिपल ने बताया कि विद्यालय में परीक्षा चल रही है. लगातार तीन दिन से वर्ग पांच की बच्ची परीक्षा में अनुपस्थित हो रही थी. उस बाबत उन्होंने अन्य बच्चों से पूछताछ की तो साथी बच्चों ने बताया कि उसकी शादी तय हो गई है. शिक्षक को अच्छी तरह से पता है कि अभी बच्ची की उम्र 10 वर्ष है. 10 साल की उम्र में शादी होने की सूचना मिलते ही शिक्षक एक बच्चे को लेकर उस बच्ची के घर पहुंचे तो माजरा कुछ और पता चला. प्रिंसिपल ने ग्रामीणों के सहयोग से वहां मौजूद दोनों दलालों को पकड़ कर विद्यालय ले आए. इसकी जानकारी बगहा एसडीएम को दी. मामले में एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद मौके पर पुलिस पहुंची.
तीन दिनों से घर से भागी-भागी फिर रही थी बच्चीः मामले को लेकर पीड़ित लड़की ने बताया कि सोमवार को हमको मामा के घर बुलाने के लिए मौसी घर पर आई थी. मामा के घर बुलाने के बहाने हमारी शादी करने का प्लान किया गया था. इसकी भनक लगते ही तीन दिन से घर छोड़कर इधर उधर छुप कर रह रही थी. उसने बताया कि मौसी और नाना दलालों से एक लाख रुपए का सौदा कर बाल विवाह कराने जा रहे थे. जबकि, अभी उसे पढ़ाई करनी है. पीड़ित बच्ची का कहना है कि उसका भाई भी शादी के खिलाफ था, पर घर में कोई सुनने को तैयार नहीं था.
"हमको मामा के घर बुलाने के लिए मौसी घर पर आई थी. मामा के घर बुलाने के बहाने हमारी शादी करने का प्लान किया गया था. इसकी भनक लगते ही तीन दिन से घर छोड़कर इधर उधर छुप कर रह रही थी. मौसी और नाना दलालों से एक लाख रुपए का सौदा कर मेरा बाल विवाह कराने जा रहे थे. सका भाई भी शादी के खिलाफ था, पर घर में कोई सुनने को तैयार नहीं था" - पीड़ित नाबालिग