पूर्वी चंपारण (रक्सौल): बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल अनुमंडल स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को ANM कर्मचारियों ने (Protest In Raxaul Against Transfer) तबादला किये जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पीएचसी प्रभारी और प्रबंधक के खिलाफ जमकर (ANM Protest In Raxaul) नारेबाजी की. दरअसल, नर्सिंग कर्मियों को अब टीकाकरण वेरीफायर काम करने का आदेश दिया गया था. इसका विरोध करने पर 15 एएनएम का तबादला कर दिया है.
इसे भी पढ़ें : मकर संक्रांति के बाद होगी तेजस्वी की बेरोजगारी हटाओ यात्रा!
प्रदर्शन कर रहीं कर्मियों ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रक्सौल में कार्यरत सभी एएनएम ने कोविड काल में अपनी जान को जोखिम में डालते हुए काम किया. कम संसाधनों के बावजूद हमलोग काम करते आ रहे हैं. ड्यूटी के दौरान जैसे गलब्स, सैनिटाइजर, मास्क नहीं मिला. इन सबके बावजूद कोविड काल में हम लोगों ने अपने निजी वाहनों से 20- 25 किलोमीटर की दूरी तय कर टीकाकरण का कार्य किया.
कर्मियों ने बताया कि अब हमें टीकाकरण वेरीफायर का कार्य भी स्वयं से करने का आदेश दिया गया है. लेकिन रक्सौल के पीएचसी प्रभारी के आदेश पर हमलोगों ने असमर्थता जाहिर करते हुए अपनी व्यथा सुनाई. हमलोगों ने इसकी शिकायत मोतिहारी सिविल सर्जन से भी की. लेकिन हम 15 एएनएम खिलाफ बीपीएमयू रक्सौल के माध्यम से स्थानांतरण कर दिया गया. ये बदले की भावना से की गई कार्रवाई है.
नर्सिंग कर्मियों ने रक्सौल पीएचसी प्रभारी और अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमलोगों अपने एचएससी के अलावा दूसरे एचएससी का भी आरआइबी का कार्य कराया जाता है. जिसकी क्षतिपूर्ति में अवकाश व अन्य भता भी हमलोगों नहीं दिया जाता है. एएनएम को 6 माह से वेतन एवं प्रोत्साहन राशि नहीं मिल रहा है. पैसा लेकर एचएससी बदल-बदल कर दिया जाता है. साथ ही कभी कभी छुट्टी कर देने धमकी दी जाती है.
ये भी पढ़ें: NMCH ने पत्र किया जारी, छुट्टी पर गए सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को काम पर लौटने का निर्देश
विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT AP