बगहा: बिहार के बगहा स्थित वाल्मिकीनगर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के (CM Nitish kumar samadhan Yatra in Bagaha) तहत बुधवार को डेरा डाल दिया है. यहां से वह दरुआबारी स्थित दलदलिया पोखरा का निरीक्षण करेंगे. उनके आने को लेकर यहां तैयारियों को तेज कर दिया गया है. दरुआबारी गांव को पूरी तरह चकाचक कर दिया गया है, लेकिन उस गांव से सटे एक महादलित टोला शिवलाहा के लोग अक्रोशित हैं. ग्रामीणों ने सीएम पर भेदभाव का आरोप लगाया है. लोगों का कहना है कि उनलोगों को कोई सरकारी सुविधा नहीं मिली है.
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दरुआबारी गांव को कर दिया गया है चकाचकः दरुआबारी गांव में सरकारी योजनाओं को तेज गति से पूरा किया जा रहा है. इस गांव के प्रत्येक घरों के सामने पानी सोखता बनाया जा रहा है. गली-गली तक पेवर ब्लॉक लगाए जा रहे हैं. सभी विभाग यहां अपनी योजनाओं को पूर्ण करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. सीएम यहां महादलित परिवारों से ही मिलेंगे. फिर भी यहां के महादलित परिवारों में सीएम के प्रति नाराजगी है. दरूआबारी गांव के ही अधिकांश महादलित परिवारों का कहना है कि उन्हें न तो राशन कार्ड मिला है और न ही आवास की राशि. इन परिवारों का कहना है कि सरकार आ रहे हैं, इसलिए जल्दबाजी में कुछ परिवारों को कल परसों में राशन कार्ड बांटा गया है.
सीएम के आने से खुशी, लेकिन सुविधा नहीं मिलने से नाराजगीः वैसे इस गांव के लोग सीएम के आने से खुश तो हैं. क्योंकि उनके यहां आने से गांव की तस्वीर बदल गई है. लेकिन इसी गांव के एक महादलित टोला के लोग सीएम से नाराज भी हैं. उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री की यह यात्रा भेद भाव बरतने वाली है. जिस टोला में आ रहे हैं वहां आंगनबाड़ी केंद्र का रंग रोगन हो रहा है, सामुदायिक भवन को चमकाया जा रहा है. लोगों के दरवाजे तक इंटर लॉकिंग कार्य कराए जा रहे हैं. वहीं उनके महादलित टोला में कुछ नहीं हो रहा. यहां के दर्जनों परिवारों को इंदिरा आवास नहीं मिला है. यहां की सड़के भी ठीक नहीं हैं और न ही नालियां बनाई गई हैं.
शिवलाहा से कोसो दूर है विकासः दरुआबारी से सटे शिवलाहा महादलित बस्ती से विकास कोसों दूर है. ग्रामीणों का कहना है की मुख्यमंत्री आ रहे हैं. इसलिए उस गांव की तस्वीर बदल रही है. अगर सीएम यहां नहीं आए रहते तो वो गांव भी ऐसे ही बदहाल रहता. इस बस्ती की स्थानीय महिलाओं ने बताया कि हमलोगों को इंदिरा आवास नहीं मिला है. एक स्थानीय महिला मनीषा कुमारी ने बताया कि यहां 500-600 महादलित परिवार होंगे, लेकिन हमलोगों को कोई सुविधा नहीं मिली है. अभी जो भी काम हो रहा है सिर्फ दिखावे के लिए हो रहा है.
''यहां के महादलित बस्ती में लोगों को कोई सरकारी सुविधा नहीं मिल रही है. अभी मुख्यमंत्री आने वाले हैं तो विकास योजनाओं पर काम हो रहा है. यह सब सिर्फ दिखावा है. सीएम के जाने के बाद कोई देखने वाला नहीं होगा. हमलोगों को न तो राशन कार्ड मिला है और न ही इंदिरा आवास''- मनीषा कुमारी, महादलित महिला