बगहा: बिहार के बगहा स्थित वाल्मीकी टाइगर रिजर्व की खूबसूरत वादियों पर विदेशी पर्यटक फिदा (French tourist admired beauty of VTR) हो रहे हैं. यहां की खूबसूरती को निहारने यूरोपियन देशों से भी लोग पहुंच रहे हैं. इसी सिलसिले में वीटीआर की खूबसूर प्राकृतिक वादियों का नजारा देखने फ्रांस से मौलिन जूलियन बगहा पहुंचे. यहां जूलियन ने जंगल सफारी का लुत्फ उठाया और दोबारा वीटीआर की आने की बात कही. उसने बताया कि उसे यहां बहुत अच्छा लगा, बस वह बाघ नहीं देख पाया. बाघ देखने के लिए वह दोबारा यहां आएगा.
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वीटीआर की खूबसूरती निहारने आते हैं लाखों लोगः इंडो-नेपाल सीमा पर बसे वाल्मीकी टाइगर रिजर्व का भ्रमण करने प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी यहां पहुंचते हैं. यहां की प्राकृतिक सुंदरता का दीदार कर लोग अभीभूत हो जाते हैं. जंगल सफारी के दौरान बाघों को सामने से देखने की ख्वाहिश पर्यटकों को बरबस अपनी ओर आकर्षित करती है. फ्रांस के पेरिस से आए जूलियन जल, जंगल और पहाड़ का अद्भुत दृश्य देख यहां की खूबसूरती पर फिदा हो गए.
फ्रांसीसी पर्यटक ने वीटीआर को बताया साफ-सुथराः जूलियन ने बताया कि यह काफी खूबसूरत जगह है और दुनिया का सबसे साफ सुथरा और शांतिपूर्ण जगह भी है. उन्होंने कहा कि जंगल सफारी के दौरान उन्हें हिरण, गौर और विभिन्न तरह की सुंदर पक्षियों का दीदार हुआ. शायद वह लकी नहीं थे, इसलिए टाइगर नहीं देख पाए और दोबारा टाइगर देखने जरूर आएंगे. जूलियन ने बताया की सुबह में उनके पेट में कुछ समस्या आ गई थी, लेकिन उन्हें यहां अस्पताल में ना तो डॉक्टर मिले और ना ही दवाइयां. इसके बाद उन्होंने निजी अस्पताल का रुख किया.
यहां के अस्पताल में सुविधा की कमी से हुई थोड़ी परेशानी: फ्रांसीसी पर्यटक ने बताया की इस जगह को और डेवलप करने की जरूरत है. क्योंकि इतने बड़े पर्यटन स्थल पर एक बेहतर अस्पताल होना जरूरी है. बता दें कि वीटीआर के दिलकश नजारों को सैलानी अपने कैमरों में कैद कर अपने साथ ले जाते हैं और यहां आकर जंगल सफारी, बोट सफारी समेत कौलेश्वर झूला कैनोपी वॉक का लुफ्त उठाना नहीं भूलते हैं. यहां अस्पताल में सुविधा की कमी ने पर्यटक को थोड़ा निराश किया, लेकिन प्राकृतिक सुंदरता का कोई सानी नहीं है.
"यह काफी खूबसूरत जगह है और दुनिया का सबसे साफ सुथरा जगह भी है. जंगल सफारी के दौरान हिरण, गौर और विभिन्न तरह की सुंदर पक्षियों का दीदार हुआ. बस बाघ नहीं देख पाया. टाईगर को देखने वह यहां दोबारा आएंगे. सुबह में उनके पेट में कुछ समस्या आ गई थी, लेकिन उन्हें यहां अस्पताल में ना तो डॉक्टर मिले और ना ही दवाइयां. इससे उन्हें थोड़ी परेशानी हुई. इतने सुंदर जगह पर एक अच्छा अस्पताल होना जरूरी है"- मौलिन जूलियन, फ्रांसीसी पर्यटक