बेतिया: भारी बारिश के चलते पश्चिम चंपारण (West Champaran) जिले में बहने वाली पहाड़ी नदियां उफनाई हुईं हैं. इसके चलते बाढ़ (Flood) का पानी मैदानी इलाकों में फैल रहा है. बाढ़ के चलते जहां आम लोगों को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है. वहीं, कुछ लोगों ने आपदा को अपने लिए अवसर में बदल लिया है. वे लोगों की मजबूरी का फायदा उठाकर मोटी रकम वसूल रहे हैं.
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जिले के नरकटियागंज (Narkatiaganj) में ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है. सिकरहना नदी में आई बाढ़ के चलते नरकटियागंज से बेतिया (Bettiah) जाने वाली मुख्य सड़क पर सतवारिया के पास पानी भर गया है. पानी इतना अधिक है कि उसे बाइक सवार पार नहीं कर सकते. स्थानीय ग्रामीण बाइक सवारों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं. यहां ट्रैक्टर और ठेला पर लादकर बाइक और लोगों को पानी पार कराया जा रहा है. इसके बदले बाइक सवारों से 100-150 रुपये लिये जा रहे हैं.
सतवरिया में इस साल तीन बार पानी सड़क पर चढ़ा है. पानी भरने के बाद स्थानीय लोग इसी तरह बाइक और लोगों को पार कराने के बदले पैसे वसूलने लगते हैं. हर साल बारिश के मौसम में यहां ऐसी स्थिति देखने को मिलती है. इसके बाद भी प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं की जाती. जरूरी काम से बेतिया की ओर जाने या लौटने वाले लोग मजबूरी में पैसे देकर पानी पार करते हैं.
गौरतलब है कि पश्चिम चंपारण और नेपाल में हो रही भारी बारिश के चलते जिले की पहाड़ी नदियां तबाही मचा रहीं हैं. सिकरहना, मसान, करताहा, सिकटा, गंडक, राहुआ, पंडई, हड़बोड़ा, गांगूली, कटहा आदि नदियों के किनारे बसने वाले गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है. जिले के सात प्रखंड के 50 से अधिक गांव में बाढ़ का पानी घुसा है. कई जगहों पर पहाड़ी नदियां कटाव कर रहीं हैं.
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