बेतिया: पश्चिम चंपारण के बेतिया में शराबी बाप-बेटे (Drunker Father and Son in Bettiah) से परेशान होकर मां थाने पहुंच गई. उसका कहना है कि बाप-बेटे को शराब की ऐसी लत लगी कि इसके लिए घराड़ी की जमीन बेच दी. 3 कट्ठा जमीन बेचकर बाप-बेटे शराब पी गए. (Father and Son Drank Alcohol after Selling Land in Bettiah). जब पत्नी ने इसका विरोध किया तो उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया. पीड़ित बुजुर्ग महिला न्याय के लिए थाने पहुंची.
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पहले पुलिस उसकी परेशानी समझ नहीं पाई लेकिन जब उसने रो-रोकर थाना में उपस्थित पुलिस कर्मियों को मामले से अवगत कराया तब थानाध्यक्ष ने कार्रवाई का आश्वासन दिया. पीड़ित महिला लारी देवी का कहना है कि हुजूर, पति और बेटा दोनों मिलकर घराड़ी की जमीन बेचकर शराब पी गए हैं. जब इसका विरोध कर रहे हैं तो मुझसे मारपीट कर रहे हैं. यहां तक कि पतोहू के साथ मिलकर पिता और बेटे ने मेरी पिटाई कर दी है.
दरअसल, शराबी पति और बेटे से परेशान चानकी गांव की एक बुजुर्ग महिला आप बीती सुनाते हुए थाने में फफक पड़ी. शुरू में पुलिस वालों ने उसकी पीड़ा को गंभीरता से नहीं लिया लेकिन कुछ ही पल बाद जब महिला फफक कर रोने लगी तो पुलिस को बात समझ में आई. इसके बाद महिला ने अपने पति और बेटे की शराब की लत के बारे में पुलिस वालों को बताया. पीड़ित महिला की आपबीती को सुनकर पुलिस गंभीर हुई.
बुजुर्ग महिला लारी देवी ने थानाध्यक्ष को बताया कि उसका घर चानकी में है. उसका पति इंद्रासन साह एवं बेटा राजू साह ने उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया है. उसने कहा कि उसका कसूर यह है कि वह शराब पीने और जमीन नहीं बेचने का विरोध कर रही है. दोनों ने मिलकर घराड़ी की जमीन बेच दी है.
थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि महिला के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की करवाई की जा रही है. गौरतलब है कि बिहार में शराबबंदी है. इसको लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल उठा रहा है. मुख्यमंत्री शराबबंदी को लेकर सख्त हैं. हालांकि जहरीली शराब पीकर मरने के मामले बढ़ने पर विपक्षी पार्टियां शराबबंदी को लेकर सरकार पर हमलावर हैं.
ताजा घटना में नालंदा और सारण इसके उदाहरण हैं. बता दें कि अप्रैल 2016 में बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) लागू किया गया था. तमाम राजनीतिक दलों ने प्रस्ताव का समर्थन किया था. अब शराबबंदी लागू हुए 6 साल बीत चुके हैं. इस दौरान शराबबंदी कानून ने कई उतार-चढ़ाव देखे.
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बिहार में मद्य निषेध अर्थात् शराब से जुड़ी कोई भी शिकायत टोल फ्री नंबर 15545 पर की जा सकेगी.
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