बगहा: जिले में गंडक नदी का जलस्तर कम होते ही किसानों की मुसीबतें बढ़ गईं हैं. अब तक गंडक नदी किनारे उपजाई गई सैकड़ों एकड़ गन्ना की फसल नदी की धारा में विलीन हो गई है. नतीजतन इलाके के किसान गन्ना की फसल काटकर क्रशर पर औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हैं. किसानों का आरोप है कि अब तक फसल क्षति का मुआवजा भी नहीं मिला और ना ही प्रशासन सुधि लेने पहुंची.
जलस्तर कम होते ही गंडक नदी का तांडव शुरू
दरअसल, गंडक नदी किसानों के लिए विनाशकारी साबित हो रहा है. जल स्तर कम होते ही गंडक नदी लगातार कटाव कर रही है और अब तक बगहा शहर से सटे गंडक नदी किनारे की सैकड़ों एकड़ गन्ना की फसल नदी की धारा में विलीन हो गई है. जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है और किसान काफी परेशान हैं. हालात यह है कि अब किसान अपनी फसल काटकर क्रशर पर बेचने को मजबूर हैं.
किसान औने-पौने दाम में बेच रहे गन्ना
वहीं इलाके के किसान कटाव को देखते हुए अपनी गन्ने की फसल काटकर या तो क्रशर पर बेचने को मजबूर हैं या इस गन्ना को जलावन के तौर पर सुखाकर उपयोग में ला रहे हैं. किसानों का कहना है कि लगातार कटाव हो रहा है और अब तक सैकड़ों एकड़ फसल गंडक नदी लील गई है, जबकि ना तो प्रशासन ने सुधि लिया है और ना ही किसी तरह का मुआवजा मिला है.
चौतरफा मार झेल रहे हैं किसान
स्थानीय वार्ड पार्षद का कहना है कि दर्जनों किसानों का खेत वर्षों से गंडक नदी किनारे है और यहां बड़े पैमाने पर गन्ना की फसल लगा हुआ है. ऐसे में एक तरफ लगातार रुक रुक कर हो रही बारिश से फसल चौपट तो हुई ही है. लॉकडाउन ने भी संकट में डाल दिया है. हालात यह है कि लोगों को मजदूरी का काम भी नहीं मिल रहा है और किसान चौतरफा समस्याओं से घिरे हुए हैं.