बेतिया: पिपरासी गंडक नदी में जलस्तर में वृद्धि के कारण ठकराहा प्रखंड को जिला अन्य स्थानों को जोड़ने वाला पीपा पुल बह गया. इस दौरान पीपा पुल के जरिए दियारा से भूसा लेकर आ रहे किसान और बैलगाड़ी नदी की धार के साथ बहने लगे. लेकिन, स्थानीय लोगों की मदद से बैलगाड़ी को डूबने से बचा लिया गया. ग्रामीणों ने की मानें तो बैलगाड़ी किनारे तक आ गई थी, इस कारण किसी को गंभीर चोट नहीं लगी.
गंडक नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि
ठकराहा प्रखंड के भवानीपुर गांव निवासी किसान शारदा यादव ने बताया कि उन लोगों का खेत गंडक दियारा में है. वे बुधवार की सुबह गेहूं का भूसा लाने दियारा गए थे. दोपहर लगभग 1 बजे लौटने के दौरान गंडक नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि हो गई थी और पानी तेजी से बहने लगा. इसी बीच तेजी से बैलगाड़ी लेकर पीपा पुल पार करने की कोशिश की. सिसवन ढ़ाला के पास आते आते पीपा पुल बह गया, जिस कारण बैलगाड़ी नदी में पलट गई और बहने लगी.
'जल्द की जाए पीपा पुल की मरम्मती'
वहीं आसपास के खेत में काम कर रहे लोगों की मदद से किसान और बैलगाड़ी को बाहर निकाला गया. इस बीच किसान को हल्की चोटें आई हैं. खेतों में काम कर रहे किसानों ने बताया कि पीपा के बह जाने से सबसे अधिक समस्या किसानों को होगी, दियारा से फसलों को लाने में सबसे ज्यादा परेशानी है. पीपा पुल नही रहने से खेती भी बंद हो जायेगी, जब कोई भी कृषि यंत्र गंडक नदी के उस पार जाएगा ही नहीं तो खेतों में काम कैसे चलेगा, किसानों की मांग है कि जल्द पीपा पुल की मरम्मती की जाए.