बेतिया: बिहार (Bihar) में एंबुलेंस (Ambulance) के अभाव में ना जाने कितने मरीजों ने दम तोड़ दिया. वहीं पश्चिम चम्पारण (West Champaran) जिले में पंचायत चुनाव (Panchayat Chunav) के दौरान एम्बुलेंस से प्रचार करने का मामला सामने आया है. एम्बुलेंस से प्रचार का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पूरा मामला जिले के नरकटियागंज प्रखंड के शिकारपुर पंचायत का है. जहां एक मुखिया प्रत्याशी एंबुलेंस से चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
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जानकारी के मुताबिक, नरकटियागंज प्रखंड के शिकारपुर पंचायत से मुखिया प्रत्याशी जितेंद्र राव चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन चुनाव प्रचार में उनके काफिले के साथ एक एंबुलेंस भी है. वीडियो में देखा जा सकता है कि दो गाड़ी आगे चल रही है और उसके पीछे एक एंबुलेंस भी है. जिसमें चुनाव का झंडा लगा हुआ है. जो चुनाव प्रचार में उपयोग हो रहा है.
बिहार में जहां एक तरफ अस्पतालों में एंबुलेंस की कमी है. वहीं दूसरी ओर मुखिया प्रत्याशी चुनाव प्रचार में एंबुलेंस का दुरुपयोग कर रहे हैं. ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. शिकारपुर पंचायत से लड़ रहे मुखिया प्रत्याशी जितेंद्र राव से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि गांव में किसी की तबीयत खराब हो गई थी. उन्हीं को एंबुलेंस अस्पताल लेकर जा रहा था.
वहीं जब मुखिया प्रत्याशी से पूछा गया कि एंबुलेंस में चुनाव का झंडा क्यों लगा हुआ था, तो मुखिया प्रत्याशी जितेंद्र राव ने कहा कि किसी ने एंबुलेंस में चुनाव का झंडा लगा दिया है. फिलहाल, जो भी हो मुखिया प्रत्याशी जितेंद्र राव की बातों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुखिया प्रत्याशी कितने सच बोल रहे हैं. एम्बुलेंस से प्रचार का दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. एक सुबह का है और दूसरा देर शाम का है.
तीन गाड़ी चुनाव प्रचार में घूम रहा है. जिसमें एक एंबुलेंस सुबह से लेकर शाम तक चुनाव प्रचार में लगा हुआ है और मुखिया जी का कहना है कि गांव में किसी की तबीयत खराब हो गई थी. इसलिए एंबुलेंस घूम रहा था. वहीं इस पूरे मामले पर एसडीएम धनंजय कुमार ने बताया कि वायरल वीडियो की अपने स्तर से जांच पड़ताल की जा रही हैं. उन्होंने कहा कि दोषी पाए जाने पर मुखिया प्रत्याशी पर आचार संहिता उल्लंघन मामले के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बात जो भी हो, लेकिन जिस तरह से चुनाव प्रचार में एंबुलेंस का दुरुपयोग हो रहा है. ऐसे में कई सवाल उठते हैं. एक तरफ अस्पतालों में एंबुलेंस के अभाव में मरीज दम तोड़ रहे हैं, तो दूसरी तरफ मुखिया प्रत्याशी एंबुलेंस का दुरुपयोग कर रहे हैं.
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नोट- ईटीवी भारत वायरल वीडियो की पुष्टी नहीं करता.