बेतिया: समस्तीपुर मंडल के रेल प्रबंधक अशोक महेश्वरी ने नरकटियागंज जंक्शन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने वहां फैली कुव्यवस्था और कमियों को देखकर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. वही रेल परिक्षेत्र में अवैध दुकानदारों को हटाने का निर्देश देते हुए रिपोर्ट सौंपने की बात कही. साथ ही काम में भारी अनियमितता देखकर उन्होंने डीसीआई को बदलने की बात कह डाली.
निरीक्षण के क्रम में डीआरएम अशोक महेश्वरी ने जंक्शन अवस्थित विभिन्न कार्यालयों के संबंधित अधिकारियों से पूछताछ कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. डीआरएम ने अतिथि रूम, सीसीटीवी रूम, विश्रामालय, प्रतीक्षालय, पूछताछ कार्यलय, रनिंग रूम समेत अन्य सुविधाओं की जांच की. प्लेटफार्म के प्रतीक्षालय में व्यवस्था सही तरह से नहीं पाए जाने पर उन्होंने डीसीआई को कड़ी फटकार लगाई.
डीआरएम ने जताया असंतोष
निरीक्षण के बाद डीआरएम ने कहा कि यात्री प्रतीक्षालय में सुविधाओं का घोर अभाव है. बेड से लेकर बैठने वाली कुर्सी तक टूटी पड़ी है. उन्होंने इसे तुरंत दुरुस्त करने का निर्देश दिया. साथ ही डीआरएम ने रेल परिक्षेत्र में खराब पड़ी पानी टंकी और बंद पड़े पंप सेट को हटाने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि नरकटियागंज स्टेशन पर विकास की अपार संभावना है. उन्होंने कहा कि स्टेशन के उतरी दिशा में पर्याप्त जगह है. उतरी दिशा में नया प्लेटफार्म बनाया जा रहा है. आने वाले दिनों में उतर दिशा में बुकिंग काउंटर भी बनाया जाएगा.
यात्रियों को होगी सहूलियत
उत्तर दिशा में बुकिंग काउंटर बन जाने से नगर से स्टेशन आने वाले यात्रियों के लिए फूट ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है. बता दें कि संभावित 27 नवंबर को हाजीपुर जीएम स्टेशन का निरीक्षण करेंगे. इसकी तैयारी डीआरएम कर रहे हैं. मौके पर डीआरएम ने कहा कि यात्री सुविधाओं में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पुराने टिकट काउंटर पर पूछताछ कार्यालय चलता देख डीआरएम भड़क उठे. उन्होंने कहा कि नया बुकिंग काउंटर चालू हो गया है और पूछताछ कार्यलय पुराने जगह पर चल रहा है. उन्होंने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि पूछताछ कार्यालय नए बुकिंग काउंटर पर चालू करें.
सफाई-सफाई से नाखुश दिखे डीआरएम
डीआरएम रनिंग रूम की व्यवस्था से भी नाखुश नजर आए. साथ ही स्टेशन के निरीक्षण के दौरान स्टेशन के उतर दिशा को भी देखा. रेल परिक्षेत्र में संचालित दुकानों को देख वे दंग रह गए और कहा कि किसके आदेश से ये दुकानें संचालित हैं. अगर इन दुकानदार को रेल ने लीज पर दिया है तो ठीक है. अगर नहीं तो अवैध सभी दुकानों को यथाशीघ्र हटाकर इसकी रिपोर्ट जमा करें.