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बेतिया में चक्रवाती तूफान यास का असर, तटबंध टूटने से खेतों में भर रहा पानी, फसल बर्बाद

पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज के कुंडिलपुर यास तूफान का कहर देखने को मिला. जहां लगातार हो रही बारिश से टूटे नहर के तटबंध से खेतों में जलजमाव हो गया है. जिससे धान के बिचड़े के साथ सैकड़ों एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई है.

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Published : May 30, 2021, 5:13 PM IST

Updated : May 30, 2021, 7:28 PM IST

बेतिया: जिले के नरकटियागंज में चक्रवाती तूफान यास का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. यहां दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण त्रिवेणी कैनाल के उपवितरणी नहर का बांध टूट गया है. जिसके कारण सैकड़ों एकड़ खेत में पानी घुस गया है. साथ ही इलाके में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. आलम यह है कि नरकटियागंज के कुंडिलपुर में उपवितरणी नहर का बांध टूट जाने से गौनाहा प्रखंड क्षेत्र के दोमाठ पंचायत से डुमरिया गांव जाने वाली मुख्य सड़क पर बना पुलिया ध्वस्त हो गया हैं. इससे इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है.

ये भी पढ़ें- बिहार में अगले 2 दिनों तक दिखेगा चक्रवाती तूफान 'यास' का असर, हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना

नहर का बांध टूटा
वहीं, उपवितरणी नहर का बांध टूटने से जमुआ और मनियारी नदी का पानी तेजी से खेतों में घुस गया हैं. इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई हैं और फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. बांध के टूटने से हुई क्षति को लेकर ग्रामीणों और किसानो ने गंडक परियोजना और जल संसाधन विभाग के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पिछले साल आयी बाढ़ के बाद भी विभाग द्वारा कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई. इसके कारण बांध टूटा हैं. जबकि ग्रामीणों ने नहर विभाग में नीचे से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानिय जनप्रतिनिधि को भी काम कराने की अपीलल की थी. लेकिन काम नहीं कराया गया.

बेतिया
खेतों में पानी भरने से किसान परेशान

पूरी तरह से बर्बाद हुई फसल
किसानों ने कहा कि हजारों एकड़ में लगी धान और गन्ने का बिचड़ा पूरी तरह से बर्बाद हो गया हैं और कोई सुनने वाला नहीं हैं. बता दें कि 2017 में भी इस इलाके में प्रलयंकारी बाढ़ आई थी और पिछले साल भी लोग बाढ़ की त्रासदी झेले थे. इसके बावजूद भी बाढ़ और नदियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई हैं.

बेतिया: जिले के नरकटियागंज में चक्रवाती तूफान यास का व्यापक असर देखने को मिल रहा है. यहां दो दिन से लगातार हो रही बारिश के कारण त्रिवेणी कैनाल के उपवितरणी नहर का बांध टूट गया है. जिसके कारण सैकड़ों एकड़ खेत में पानी घुस गया है. साथ ही इलाके में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं. आलम यह है कि नरकटियागंज के कुंडिलपुर में उपवितरणी नहर का बांध टूट जाने से गौनाहा प्रखंड क्षेत्र के दोमाठ पंचायत से डुमरिया गांव जाने वाली मुख्य सड़क पर बना पुलिया ध्वस्त हो गया हैं. इससे इस मार्ग पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है.

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नहर का बांध टूटा
वहीं, उपवितरणी नहर का बांध टूटने से जमुआ और मनियारी नदी का पानी तेजी से खेतों में घुस गया हैं. इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई हैं और फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं. बांध के टूटने से हुई क्षति को लेकर ग्रामीणों और किसानो ने गंडक परियोजना और जल संसाधन विभाग के खिलाफ नाराजगी व्यक्त की हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पिछले साल आयी बाढ़ के बाद भी विभाग द्वारा कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई. इसके कारण बांध टूटा हैं. जबकि ग्रामीणों ने नहर विभाग में नीचे से लेकर ऊपर तक के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानिय जनप्रतिनिधि को भी काम कराने की अपीलल की थी. लेकिन काम नहीं कराया गया.

बेतिया
खेतों में पानी भरने से किसान परेशान

पूरी तरह से बर्बाद हुई फसल
किसानों ने कहा कि हजारों एकड़ में लगी धान और गन्ने का बिचड़ा पूरी तरह से बर्बाद हो गया हैं और कोई सुनने वाला नहीं हैं. बता दें कि 2017 में भी इस इलाके में प्रलयंकारी बाढ़ आई थी और पिछले साल भी लोग बाढ़ की त्रासदी झेले थे. इसके बावजूद भी बाढ़ और नदियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई हैं.

Last Updated : May 30, 2021, 7:28 PM IST
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