बेतिया(वाल्मीकिनगर): भारत नेपाल सीमा पर स्थित ऐतिहासिक वाल्मीकि नगर (Valmiki Nagar) की ओर पर्यटक (Tourist Places in Champaran) आकर्षित हो रहे हैं. सुंदर वादियां, पहाड़, जंगल,इको पार्क,झुला,बंबु हट और वन्यजीवों को नजदीक से देखने की लालसा में दूर-दूर से लोग वीटीआर (VTR) यहां पहुंच रहे हैं.
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टाइगर रिजर्व को पर्यटकों को लिए खोले जाने के बाद से पर्यटक तेजी से टाइगर रिजर्व पहुंच रहे हैं. सुंदर वादियों में अपनी टेंशन से निजात पाकर चैन की नींद सो रहें हैं. इस बाबत पूछे जाने पर वाल्मीकि नगर वनक्षेत्र पदाधिकारी महेश प्रसाद ने बताया कि पैकेज टूर पर आने वाले पर्यटकों के अलावा अन्य पर्यटक भी वाल्मीकि टाइगर रिजर्व को नजदीक से देखने की इच्छा से पहुंच रहे हैं.
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जंगल कैंप,बंबू हट, ट्री हट, वाल्मीकि विहार होटल, कौशल विकास केन्द्र, वन विभाग द्वारा संचालित रहने के स्थान की बुकिंग फुल चल रही है. इसके अलावा वाल्मीकि नगर स्थित अन्य प्राइवेट आवासीय होटल भी पर्यटकों की मौजूदगी से उत्साहित हैं.
लगभग 18 माह के बाद पर्यटकों और अन्य लोगों के लिए गंडक बराज के रास्ते आवागमन शुरू हो जाने के बाद पर्यटक नेपाल स्थित गजग्राह मंदिर, त्रिवेणी बाजार आदि का भी भ्रमण कर रहे हैं, इस दौरान आसानी से उपलब्ध अंगुर का स्वाद भी चख रहे हैं. पर्यटकों से वाल्मीकि नगर फिर से गुलजार होने लगा है.
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बता दें कि लोगों को और भी सुविधाएं देने के लिए जिले में काम चल रहा है. पटना से चंपारण तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर और छोटे विमान शुरू करने के योजना पर भी काम हो रहा है. वहीं वाल्मीकि नगर में इको टूरिज्म का केंद्र बनाने के साथ कन्वेंशन सेंटर, बच्चों के लिए पार्क और चंपारण के प्रमुख जगहों पर बड़े होटल बनाने की तैयारी में भी पर्यटन विभाग लगा है.