बगहा: बांझपन का डॉक्टरों ने मुख्य कारण स्ट्रेस बताया है और इसके बढ़ते आंकड़ों को चिंताजनक कहा. नीलकंठ IVF सेंटर पटना के तत्वाधान में बगहा के रामनगर प्रखंड में निशुल्क नि संतानता शिविर का आयोजन किया गया. रामनगर वार्ड 6 स्थित आशीर्वाद हॉस्पिटल ने बांझपन की समस्या से जूझ रहे लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से संयुक्त रूप से इस शिविर का आयोजन किया, जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ.
बांझपन जांच के लिए शिविर में उमड़ी भीड़: दरअसल इस कैंप में सैकड़ों की संख्या में बांझपन की समस्या से जूझ रहे दंपति जांच कराने पहुंचे. ऐसे में इस भागम भाग और स्ट्रेसफुल लाइफ में सुनी हो रही कोख की समस्या चिंताजनक है. चिकित्सकों ने बताया कि छोटे शहरों और दूर दराज के ग्रामीण इलाकों के लोगों को जागरूक करने और बांझपन के उचित इलाज के लिए सही अस्पतालों का चयन करने को लेकर लोगों को जानकारी दी गई.
"गांव के मरीजों तक इलाज नहीं पहुंच पाता है इसलिए यहां शिविर लगाया गया है. सभी आएं और जांच कराएं."- डॉक्टर चेतना , स्त्री प्रसूति एवं बांझपन रोग विशेषज्ञ
स्ट्रेस सबसे बड़ी समस्या: स्त्री प्रसूति एवं बांझपन रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रिचा भारद्वाज ने बताया की पुरुष और महिलाएं दोनों इस रोग से पीड़ित हैं. भाग दौड़ भरे जिंदगी में स्ट्रेस ज्यादा होने के कारण पुरुषों में शुक्राणु की कमी तो महिलाओं में अंडाणु की कमी से बांझपन की समस्या तेजी से बढ़ रही है. लिहाजा इससे ग्रस्त मरीजों को बेहतर इलाज की जरूरत है. बता दें की इस निशुल्क कैंप में सैकड़ों मरीजों ने जांच कराया और अपनी समस्याओं के बाबत जानकारी ली.
"गरीब मरीज इलाज के लिए सही जगह पर पहुंच नहीं पाते उनके लिए यह शिविर लगाया गया है. स्ट्रेस के कारण लोगों के आंगन सूने हैं. इसके कारण निःसंतानता बढ़ते जा रही है."- डॉक्टर रिचा भारद्वाज , स्त्री प्रसूति एवं बांझपन रोग विशेषज्ञ
ये भी पढ़ें- IGIMS में बच्चे कार्टून देखकर कराएंगे इलाज, अब माता-पिता नहीं होंगे परेशान