बगहा: बिहार के बगहा में हीट वेव (Heatwave in Bagaha) का सितम कम होने का नाम नहीं ले रहा है. मौसम विभाग ने दो बार बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई लेकिन पटना और कुछ अन्य जिलों में बारिश और ओलावृष्टि तो हुई लेकिन पश्चिमी चंपारण जिला में किसान अब भी बारिश की फुहार के लिए तरस रहे हैं. बता दें कि नदी, नहर, पइन और आहर सब सूखे पड़े हैं, लिहाजा किसानों को गन्ना के फसल में पटवन की चिंता सता रही है. जो माली रूप से सक्षम किसान हैं वो पंप सेट लगाकर अपने खेतों का पटवन कर ले रहे हैं, लेकिन महंगाई के जमाने में साधारण किसानों का खेत अब भी सुखा पड़ा है और खेतों में दरारें पड़ गई है.
हीट वेव ने बर्बाद की गन्ने की फसल: गन्ना की फसलें पानी के अभाव में पीली पड़ने लगी है. जिसे देख कर किसानों की चिंता बढ़ गई है. ऐसे में अब किसान बारिश की गुहार लगाने को मजबूर हैं. चखनी रजवटीया पंचायत से एक ऐसी तस्वीर आई है जिसे देख आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि सरकार द्वारा किसानों के लिए सिंचाई व्यवस्था का क्या आलम है. सरकार और प्रशासन द्वारा पटवन की सुविधा मुहैया कराने के लिहाज से पइन का निर्माण तो करवा दिया गया है लेकिन उसमें पानी का इंतजाम नदारद है. बहुत कम जगहों पर सरकार द्वारा स्थापित ट्यूबवेल कारगर साबित हो रहे है, अधिकांश जगहों पर ये बंद पड़े हुए हैं.
किसानों ने लगाई बारिश की गुहार: अपने गन्ना की खेत में पटवन कर रहे किसान रहमतुल्लाह मियां ने बताया कि उनके गन्ने के खेत में दरार पड़ गई थी. इस वजह से उन्होंने भाड़े पर पंप सेट लिया और पानी का पटवन का रहे हैं. किसान ने बताया कि खेत में लगी गन्ना की फसलें पीली पड़ गईं हैं. ऐसे में यदि समय पर दो-तीन बार पटवन नहीं किया जाएगा तो फसल बर्बाद हो जाएगी. किसान ने बताया की नहरों और नालियों में पानी नहीं है जिस वजह से इलाके के अधिकांश किसान पानी के लिए भगवान भरोसे हैं और बारिश की गुहार लगा रहे हैं.
"गन्ने के खेत में दरार पड़ गई थी. इस वजह से उन्होंने भाड़े पर पंप सेट लिया और पानी का पटवन का रहे हैं. खेत में लगी गन्ना की फसलें पीली पड़ गईं हैं. ऐसे में यदि समय पर दो-तीन बार पटवन नहीं किया जाएगा तो फसल बर्बाद हो जाएगी." - रहमतुल्ला मियां, किसान