बेतिया: भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी की ओर से देश में डीजल-पेट्रोल के दाम में की गई बेतहाशा वृद्धि को वापस लेने को लेकर पार्टी के जिला कार्यालय बलिराम भवन में धरना दिया गया. इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने मनरेगा योजना में काम को दो सौ दिन करने, मजदूरी पांच सौ रुपए करने प्रत्येक पंचायत में भेजे गए अतिरिक्त राशन का भौतिक सत्यापन कराने, रेल को बेचने पर रोक लगाने, किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान करने आदि मांगों को लेकर धरना दिया गया.
डीजल-पेट्रोल मूल्य बढ़ाना मजदूरों के हित में नहीं
भाकपा के जिला मंत्री ओमप्रकाश क्रान्ति ने बताया कि डीजल-पेट्रोल के मूल्य में की जा रही लगातार बढ़ोतरी देश के किसानों मजदूरों के हित में नहीं है. दूसरी तरफ सरकार रेल का निजीकरण कर वर्षों से चली आ रही ताना-बाना को ध्वस्त कर रही है, जो कहीं से भी देश हीत में नहीं है. मनरेगा योजना में कम मजदूरी के कारण प्रवासी मजदूरों का झुकाव नहीं हो रहा, जिससे फिर पलायन शुरू हो गया है.
केन्द्र एवं राज्य की सरकार है जनविरोधी
ओमप्रकाश क्रान्ति ने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार भी लोगों के उम्मीद पर खरा नहीं उतर पाई. भाकपा जनता के ज्वलंत सवालों को लेकर संघर्ष करती रही है और आगे भी करती रहेगी. सभी नेताओं ने भाजापा सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए केन्द्र एवं राज्य की सरकार को जनविरोधी एवं कॉरपोरेट पक्षी बताते हुए इन सरकारों के खिलाफ आंदोलन तेज करने का आह्वान किया.