बेतिया: जिले के नरकटियागंज में लोक आस्था के महापर्व 'चैती छठ' पर व्रती मां की पूजा को लेकर उत्साहित हैं. हालांकि छठ पर्व में सामूहिकता होती है, लेकिन कोरोना का असर भी काफी देखा जा रहा है. छठ व्रती महिलाएं व पुरुष कोरोना के चलते अपने घर आंगन में ही इस साल छठ मना रहे हैं. आज छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया है.
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आंगन में व्रतियों ने दिया अर्घ्य
सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए इस बार चैती छठ का उत्साह घर के आंगन तक सिमट गया है. कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए कई व्रतियों ने छठ पर्व करना रद्द कर दिया है. आस्था और विश्वास का पर्व चैती छठ में व्रती इस बार प्रार्थना कर रही हैं कि पृथ्वी से कोरोना महामारी समाप्त हो जाए. बता दें कि चैत्री छठ पर्व में आज छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया है.
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सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य
चैत्री छठ पर्व में सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रती पारन करेंगी. चैती छठ की बड़ी विशेषता है. कई व्रतियां इसे बड़े धूमधाम से मनाती हैं. लेकिन कोरोना संक्रमण ने इसके प्रभाव को कम कर दिया है. जिले में पर मनाये जाने वाले इस पर्व की अलग ही रौनक होती है, लेकिन दूसरी बार कोरोना महामारी की वजह से सब फीका पड़ गया है.