बेतिया(वाल्मीकिनगर): जिले के पिपरा-पिपरासी स्थित भितहा प्रखंड में चंदरपुर के पास गंडक नदी के तटबंध पर सोमवार को कटाव शुरू हो गया. इसकी सूचना पर सिंचाई विभाग के अभियंताओं के साथ सीओ शिवेन्द्र कुमार मौके पर पहुंचे. उन्होंने डैमेज स्थल का निरीक्षण किया. जिसके बाद मरम्मती कार्य शुरू किया गया.
बता दें कि पिपरा-पिपरासी तटबंध के 32.38 किमी की दूरी पर चंदरपुर से 200 मीटर पीछे तटबंध के बचाव के लिए पत्थरों से इस साल पिचिंग करवाया गया, लेकिन नदी के कटाव के कारण अब पिचिंग धंसने लगा है. इससे बांध मरम्मती के नाम पर किए गए 40 करोड़ रुपये के खर्च पर सवाल उठने लगे हैं.
करोड़ों खर्च के बाद भी कटाव
इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले दो दशक से इसी स्थान पर हर साल करोडों रुपये खर्च कर बचाव कार्य कराया जाता है. फिर भी इसी स्थान पर हर साल कटाव होता है. वहीं, 2017 में इसी स्थान पर बांध भी टूट गया था. इस कटाव को लेकर स्थानीय लोगों ने सिंचाई विभाग के आलाधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया है.
बचाव कार्य में कोताही नहीं बरतने के आदेश
पिछले दिनों विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह के निरीक्षण के दौरान भी लोगों ने सिंचाई विभाग के अभियंताओं और संवेदकों की मिलीभगत कर तटबंध के साथ छेड़छाड़ करने का मामला उठाया था. हालांकि इस बार सीओ शिवेन्द्र कुमार ने बताया कि निरीक्षण के दौरान उपस्थित अभियंताओं को सख्त हिदायत दी गई कि बचाव कार्य में कोई कोताही मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी हालात नियंत्रण में है.