बेतिया: बुनियादी विद्यालय दोमाठ में थारू महोत्सव के दिन पिछले साल बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को जिप अध्यक्ष और मुखिया प्रतिनिधि के द्वारा सम्मानित किया जाएगा, इसके लिए बुनियादी विद्यालय में पांच जनवरी को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. वहीं, आठ जनवरी को थारू महोत्सव के दिन बच्चे को सम्मानित किया जाएगा.
इंडो-नेपाल सीमा पर बसे छह तपाओं के थारू आदिवासियों को आठ जनवरी 2003 को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिला था, जिसके उपलक्ष्य में ये लोग हर साल आठ जनवरी को महोत्सव के रूप में मनाते हैं. गौनाहा प्रखंड के बुनियादी विद्यालय में दुर्गा लेडीज क्लब दोमाठ के संस्थापक हंसा कुमारी की अध्यक्षता में थारू महोत्सव के उपलक्ष्य में थरूहट के बच्चों के बीच कला संस्कृति विकास, रंगोली और बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया था, जो देर शाम तक चला.
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इस प्रतियोगिता में भाग लेकर अव्वल आये बच्चों के बीच प्रोत्साहन पुरस्कार आठ जनवरी को जिप अध्यक्ष शैलेन्द्र गढवाल के हाथों दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह प्रतियोगिता थरूहट के लोगों को जागरूक करने के लिए कराया गया था. उन्होंने बताया कि आठ जनवरी 2003 को ही थारू जाति को अनुसूचित जनजाति होने का दर्जा भारत सरकार द्वारा प्रदान किया गया था. इसी उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 8 जनवरी को भारतीय थारू कल्याण महासंघ के सभी तापा में थारू महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. इस क्षेत्र में मैट्रिक व इंटर के वैसे सभी छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित करने का फैसला लिया है, जो 70 प्रतिशत अंक लायें हैं.