बेतिया: चंपारण तटबंध टूटने के कगार पर है, लेकिन सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है. अगर चंपारण तटबंध टूटेगा तो नौतन और बैरिया पूरी तरह से बाढ़ से तबाह हो जाएगा. बीजेपी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने यह आशंका जतायी. बिहार बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जयसवाल ने अपने आवास पर प्रेस को संबोधित करते हुए यह आशंका जतायी. शुक्रवार को विपक्षी दलों की हुई बैठक पर भी निशाना साधा.
इसे भी पढ़ेंः Security Guard Scam : 'बिहार विधानसभा में नियुक्ति घोटाला'.. BJP नेता का नीतीश सरकार पर बड़ा आरोप
"कल की बैठक सिर्फ राहुल गांधी की दाढ़ी पर चर्चा करने के लिए ही हुई थी. राहुल गांधी को अपनी दाढ़ी कटा लेनी चाहिए और जल्द से जल्द शादी कर लेनी चाहिए. विरोधी दल की आस्था लोकतंत्र पर नहीं बल्कि परिवार तंत्र पर है. किसी को बिहार के विकास की कोई चिंता नहीं है"- डॉ. संजय जायसवाल, सांसद
आंदोलन की धमकीः संजय जायसवाल ने कहा कि वो और बिहार के पूर्व पर्यटन मंत्री सह नौतन बीजेपी विधायक नारायण साह चंपारण तटबंध का निरीक्षण करके आ रहे हैं. चंपारण तटबंध दो जगह से टूटने के कगार पर है. बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री को इसकी कोई चिंता नहीं है. बिहार सरकार का ना कोई मंत्री और ना ही प्रभारी मंत्री बाढ़ के समय चंपारण तटबंध का निरीक्षण करने तक नहीं आया. उन्होंने कहा कि अगर नौतन- बैरिया बाढ़ से तबाह होता है और सरकार जल्द से संज्ञान नहीं लेती है तो आंदोलन किया जाएगा.
उठ रहे सवाल, जिम्मेदार कौन: बता दें कि हर साल नौतन और बैरिया को बाढ़ का दंश झेलना पड़ता है. उसके बावजूद भी इसका कोई स्थाई निजात आज तक नहीं निकल पाया. दो बार से नौतन बैरिया में बीजेपी के विधायक नारायण साह रहे हैं. बीजेपी सांसद डॉक्टर संजय जयसवाल का क्षेत्र भी नौतन बैरिया पड़ता है. उसके बावजूद भी आज तक चंपारण तटबंध को बाढ़ से बचाने के लिए कोई स्थाई निजात नहीं मिला. सरकार से अलग होने के बाद राज्य सरकार पर ठीकरा फोड़ते हुए आंदोलन करने की बात कर रही है.