बेतियाः बिहार के बेतिया में लगातार शराब कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाया (Campaign launched for search of liquor in Bettiah ) जा रहा है.इस कारण शराब कारोबारियों में बेतिया पुलिस का खौफ सिर चढ़ कर बोल रहा है. पुलिस मुठभेड़ में एक शराब तस्कर के ढेर होने के बाद कारोबारियों में दहशत का माहौल है. आलम यह है कि शराब के तलाब के नाम से चर्चित सिरिसिया थाना क्षेत्र ग्रभुआ गांव में पुलिस की छापेमारी हुई, लेकिन वहां एक बून्द शराब पुलिस को नहीं मिली है. शराब कारोबारी गांव छोड़कर फरार हैं.
ये भी पढ़ेंः बेतिया: भारी मात्रा में विदेशी शराब के साथ एक तस्कर गिरफ्तार, अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
सुबह चार बजे से चल रही है छापेमारी: बेतिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा के निर्देश पर सीरिसिया थाना क्षेत्र के ग्रभुआ गांव में पुलिस सुबह 4:00 बजे से शराब के खिलाफ अभियान चला रही है. बेतिया एसडीएम विनोद कुमार, एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडे, उत्पाद अधीक्षक मनोज कुमार सहित आधा दर्जन थाना पुलिस बल और अत्याधुनिक ड्रोन से सुबह चार बजे छापेमारी शुरू हुई. नहर के बांध सहित खेतों में पुलिस बल ने शराब कि तलाशी ली, लेकिन शराब नहीं मिली है. ड्रोन से पूरे गांव की तलाशी ली गई और जांच की गई. इस दौरान शराब कारोबारियों में हड़कंप मचा रहा, जो शराब कारोबारी थे. वह गांव छोड़ कर जा चुके थे. गांव के लोगों की माने तो उन्होंने शराब का धंधा छोड़कर अब दूसरा धंधा कर रहे हैं.
"सुबह चार बजे से ग्रभुआ गांव में चारो ओर छापेमारी कर रहे हैं. अभी तक इतनी देर तलाशी के बाद भी शराब नहीं मिला है. लगता है कि लगातार शराब के लेकर छापेमारी और हाल में एक एनकाउंटर होने के बाद तस्करों में खौफ है और कहीं शराब नहीं मिला" - मुकुल परिमल पांडे, एसडीपीओ, सदर बेतिया
नहीं मिली एक बूंद शराब: एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडे और उत्पाद अधीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि जिस गांव को शराब का तलाब कहा जाता है वहां शराब नहीं मिलना कारोबारियों में पुलिस के खौफ को दर्शाता है. मुठभेड़ में शराब तस्कर के ढेर होने के बाद कारोबारियों में खौफ और दहशत है. बेतिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा के निर्देश पर उत्पाद विभाग और जिला पुलिस के द्वारा सुबह 4:00 बजे से ही छापेमारी अभियान चल रही है.
"ग्रभुआ गांव आज से एक साल पहले शराब का तलाब कहा जाता था. यह गांव शराब के लिए बदनाम जगह रहा है. हमलोगों ने यहां लगातार छापेमारी कर कार्रवाई की है. इस कारण यहां अब शराब नहीं मिल रहा है. शराब कारोबारी गांव छोड़कर फरार हैं" - मनोज कुमार सिंह, उत्पाद अधीक्षक, बेतिया