बेतिया: शहर में बिहार राज्य टैंकर एसोसिएशन की ओर से एक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक का नेतृत्व एसोसिएशन के सचिव इरफान दिलकश ने किया. मौके पर एसोसिएशन के सचिव ने कहा कि परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते बिना परमिट के टैंकर जिले में संचालित हो रहे हैं. जिससे सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है.
'राज्य सरकार के टैक्स को चुराया जा रहा'
एसोसिएशन के सचिव ने कहा कि आईटीसी की गाड़ियां डिस्टलरी को गलत ढंग से लोड कर रहे हैं. 10 चक्के की गाड़ियों में 20 डिस्टलरी लोड होना चाहिए. लेकिन इन गाड़ियों में 25 डिस्टलरी लोड किया जा रहा है, जो एक अपराध है. राज्य सरकार के टैक्स को चुराया जा रहा है.
'स्थानीय टैंकर मालिक को हो रही परेशानी'
ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि नेशनल परमिट गाड़ियां एक राज्य से दूसरे राज्य में लोड कर खाली होना चाहिए. लेकिन परमिट की गाड़ियां यहां लोकल स्थानों से लोड कर जिले में ही खाली कर दिया जाता है. इस वजह से बिहार के टैंकर मालिकों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय टैंकर मालिक भुखमरी के शिकार पर पहुंच गए हैं.
गौरतलब है कि बैठक के दौरान ट्रांसपोर्टरों ने कहा कि अगर इसका समाधान जल्द से जल्द नहीं किया गया तो, हमलोग हम आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे. इस बैठक मे गोपालगंज जिले के टैंकर ट्रांसपोर्टर राजू तिवारी, लौरिया के मुनींद्र तिवारी, मुजफ्फरपुर के विकास प्रताप शाही, मोहम्मद आजाद, एहशान आजम समेत बिहार राज्य टैंकर एसोसिएशन कई सदस्य उपस्थित रहे.