बगहा: बिहार के बगहा के पिपरासी गांव से एक तीस किलो का विशालकाय काला कछुआ (Tortoise Found In Bagaha) मिला. वह यहां से बहने वाली गंडक नदी के किनारे से पाया गया. सबसे पहले मछुआरों की नजर कछुआ पर पड़ी. मछुआरों ने कछुआ को पकड़ लिया और ले जाने लगे. लेकिन, इससे पहले ही ग्रामीणों की भीड़ वहां जुट गयी. ऐसे में मछुआरों को कछुआ को छोड़ना पड़ा. मामले की सूचना पिपरासी पुलिस को दी गयी. मौके पर पहुंची पुलिस ने कछुआ को कब्जे में लेकर थाने ले आई.
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दुर्लभ प्रजाति का काला कछुआ: पुलिस ने कछुआ मिलने की जानकारी वन विभाग को दी. जिसके बाद बगहा वनक्षेत्र अधिकारी सुनील कुमार वनकर्मियों की टीम के साथ थाने पहुंचे. जहां से कछुआ को वन विभाग की टीम कछुआ को अपने कब्जे में लेकर वनक्षेत्र कार्यालय ले आई. जहां कुछआ की स्वास्थ्य की जांच की गयी. वनक्षेत्र अधिकारी सुनील ने बताया कि बरामद काला कछुआ दुर्लभ प्रजाति का है. जिसका वजन लगभग 30 किलो था. उसे सुरक्षित गंडक नदी में छोड़ दिया गया है.
"पिपरासी थाना पुलिस से विशालकाय काला कछुआ मिलने की सुचना मिली थी. सूचना पर वनकर्मियों की टीम के साथ पहुंचकर कछुआ को वनक्षेत्र कार्यालय लाया गया. यह काला कछुआ दुर्लभ प्रजाति का है. जिसका वजन करीब 30 किलो था. उसे सुरक्षित गंडक नदी में छोड़ दिया गया है". - सुनील कुमार, बगहा वनक्षेत्र अधिकारी
कछुआ की तस्करी, करोड़ों में कीमत: कछुआ की तस्करी देश भर में होती है. कई दुर्लभ प्रजाति के कछुए की कीमत करोड़ों रुपये तक होती है. गंडक नदी और वाल्मीकि टाईगर रिजर्व से भी कछुए की तस्करी की खबरें आते रहती है. यूपी और नेपाल के रास्ते तस्करी की घटना को अंजाम दिया जाता है. इसको लेकर बगहा वनक्षेत्र के अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. ऐसे में कछुआ मिलने की जानकारी मिलते ही वन विभाग ने फौरन कार्रवाई करते हुए कछुआ को सुरक्षित गंडक नदी में छोड़ दिया.