ETV Bharat / state

बेतिया में BJP का प्रतिरोध मार्च, संजय जायसवाल बोले- पुलिसवालों पर दर्ज हो हत्या का मुकदमा - भाजपा प्रदेशध्यक्ष संजय जायसवाल

बिहार में जहरीली शराबकांड (Bihar Hooch Tragedy) की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है. शनिवार को मौत का आंकड़ा कथित रूप से 73 तक पहुंच चुका है. जिला प्रशासन ने अभी तक 26 मौतों की पुष्टि संदिग्ध पदार्थ पीने की वजह से की है. इस मसले पर विधानसभा में भी खूब हंगामा हुआ था. शनिवार को बेतिया में प्रतिरोध मार्च निकाला गया.

भाजपा का प्रतिरोध मार्च.
भाजपा का प्रतिरोध मार्च.
author img

By

Published : Dec 17, 2022, 3:48 PM IST

बेतिया में भाजपा का प्रतिरोध मार्च.

पश्चिम चंपारणः छपरा में जहरीली शराब (chhapra Hooch Tragedy)से हुई मौत पर भाजपा का विरोध प्रदर्शन जारी है. शनिवार को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में पार्टी ने प्रतिरोध मार्च निकाला. प्रदर्शन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. साथ ही पाकिस्तानी के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) की पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ टिप्पणी के विरोध में भी प्रदर्शन किया गया.

इसे भी पढ़ेंः Chapra Hooch Tragedy : चिराग के पहुंचते ही गले लगकर फूट-फूटकर रोने लगे मृतकों परिजन



नीतीश कुमार का पुतला फूंका: बिहार भाजपा प्रदेशध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal) के नेतृत्व में उज्जैन टोला से भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रतिरोध मार्च निकला, जो बेतिया समहरणालय तक पहुंचा. सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. सीएम नीतीश कुमार का पुतला फूंका गया. प्रतिरोध मार्च में बिहार की पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी, पूर्व पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद समेत जिला के सभी भाजपा विधायक मौजूद रहे.

पुलिस का दोष: बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि सरकार को मृतकों के परिजनों को मुआवजा देना होगा. संबंधित पुलिस पदाधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करना होगा. बिहार में शराब बंदी है तो फिर शराब आई कहां से और लोग पीकर कैसे मरे. यह सरकार की पुलिस का दोष है. इसमें सभी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करना होगा. सरकार के लोग अधिकारी शराब का कारोबार कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ेंः 'कह देना ठंड से मर गए..' जरा सोचिए क्या बीतता होगा जिन्होंने अपने को खोया

'बिहार में शराब बंदी है तो फिर शराब आई कहां से और लोग पीकर कैसे मरे. यह सरकार की पुलिस का दोष है. इसमें सभी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करना होगा. सरकार के लोग अधिकारी शराब का कारोबार कर रहे हैं'- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी

क्या है मामलाः छपरा में 14 दिसंबर को जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई थी. शुरु में यह आंकड़ा 40 था. शनिवार को 73 लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है. सारण के मशरक थाना क्षेत्र, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें ज्यादा हुईं हैं. मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, ये टीम पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है. इसी मामले को लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर है.

बेतिया में भाजपा का प्रतिरोध मार्च.

पश्चिम चंपारणः छपरा में जहरीली शराब (chhapra Hooch Tragedy)से हुई मौत पर भाजपा का विरोध प्रदर्शन जारी है. शनिवार को बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में पार्टी ने प्रतिरोध मार्च निकाला. प्रदर्शन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया. साथ ही पाकिस्तानी के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) की पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ टिप्पणी के विरोध में भी प्रदर्शन किया गया.

इसे भी पढ़ेंः Chapra Hooch Tragedy : चिराग के पहुंचते ही गले लगकर फूट-फूटकर रोने लगे मृतकों परिजन



नीतीश कुमार का पुतला फूंका: बिहार भाजपा प्रदेशध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal) के नेतृत्व में उज्जैन टोला से भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रतिरोध मार्च निकला, जो बेतिया समहरणालय तक पहुंचा. सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. सीएम नीतीश कुमार का पुतला फूंका गया. प्रतिरोध मार्च में बिहार की पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी, पूर्व पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद समेत जिला के सभी भाजपा विधायक मौजूद रहे.

पुलिस का दोष: बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि सरकार को मृतकों के परिजनों को मुआवजा देना होगा. संबंधित पुलिस पदाधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करना होगा. बिहार में शराब बंदी है तो फिर शराब आई कहां से और लोग पीकर कैसे मरे. यह सरकार की पुलिस का दोष है. इसमें सभी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करना होगा. सरकार के लोग अधिकारी शराब का कारोबार कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ेंः 'कह देना ठंड से मर गए..' जरा सोचिए क्या बीतता होगा जिन्होंने अपने को खोया

'बिहार में शराब बंदी है तो फिर शराब आई कहां से और लोग पीकर कैसे मरे. यह सरकार की पुलिस का दोष है. इसमें सभी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करना होगा. सरकार के लोग अधिकारी शराब का कारोबार कर रहे हैं'- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी

क्या है मामलाः छपरा में 14 दिसंबर को जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई थी. शुरु में यह आंकड़ा 40 था. शनिवार को 73 लोगों की संदिग्ध मौत हो चुकी है. सारण के मशरक थाना क्षेत्र, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें ज्यादा हुईं हैं. मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है, ये टीम पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है. इसी मामले को लेकर भाजपा सरकार पर हमलावर है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.