बेतिया: किसान आंदोलन के समर्थन में पश्चिम चंपारण जिले में माले, राजद, कांग्रेस व सीपीआई के नेताओं ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. बेतिया में भारत बंद (Bharat Bandh) का असर मिलाजुला देखने को मिला. महागठबंधन के नेताओं ने बेतिया एनएच 727 को कई घंटों तक जाम कर रखा. जिस कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गई.
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किसान आंदोलन के समर्थन में महागठबंधन के समर्थकों ने प्रधानमंत्री हाय-हाय के नारे लगाए. बेतिया में भारत बंद का नेतृत्व कर रहे महागठबंधन के माले सिकटा विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि मोदी सरकार पूरे हिंदुस्तान में कंपनी राज कायम कर रही है. उसी के तहत उसने अपने देश की खेती बारी को कंपनियों के हवाले करने के लिए ये तीन काला कानून बनाया है.
उन्होंने कहा, काले कानून से किसानों के खेतों को बड़ी-बड़ी कंपनियां छीन लेंगी. किसानों का जो भी फसल होगा, उसका उचित मूल्य नहीं दिया जाएगा. जमाखोरी बढ़ाने वाले, कालाबाजारी बढ़ाने वाले कानून को मोदी सरकार ने बनाया है. जो तीन काला कानून है, उसी के खिलाफ पूरे देश में किसानों ने आंदोलन किया है. जिसका पूरा समर्थन हमें प्राप्त है.
बता दें कि किसान आंदोलन के समर्थन में आज पूरा भारत बंद करने का ऐलान किया गया था. जिसे लेकर किसान समर्थन में महागठबंधन के नेता सड़क पर उतरे हुए थे. चारों तरफ यातायात बाधित हो चुके थे. सड़कों पर महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और सरकार से तीन काला कानून वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी बातों को नहीं मानती है तो आगे चलकर इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
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