बेतियाः जिले से एक अच्छी खबर सामने आई है. कोरोना काल के आपदा को जिला प्रशासन ने अवसर में बदल दिया है. पश्चिम चंपारण बेतिया अब औद्योगिक हब बनने जा रहा है. डीएम कुंदन कुमार के प्रयास से जिला में देश के अलग-अलग शहरों से सैकड़ों उद्यमी शहर में उद्योग लगाने आ गए हैं.
बेतिया बनेगा औद्योगिक हब
बेतिया सभागार में सभी उद्यमियों ने जल्द से जल्द काम शुरू करने की बात कही है. वहीं डीएम ने बैंकरो को निर्देश दिया है कि उद्यमियों को जल्द से जल्द लोन पास किया जाय, जो की आखिरी चरण में है. इसमें वो उद्यमी भी हैं जो बाहर मजदूरी करते-करते अच्छे जानकार हो गए हैं. जो कि अब मजदूर से उद्यमी बनेंगे.
दर्जनों उद्यमी बेतिया में लगाने जा रहे उद्योग
इन उद्यमियों को बियाडा के जरिए जमीन उपलब्ध कराई गई है. इनके फैक्ट्रियों को चलाने के लिए बैंकों से सैकड़ों करोड़ लोन उपलब्ध कराए गए हैं. मुंबई, अमृतसर, लुधियाना, जयपुर आदि जगहों से दर्जनों उद्यमी बेतिया में उद्योग लगाने जा रहे हैं. जिला प्रशासन ने 53 उद्यमियों को बैंक से लोन दिलवाया है. जो सैकड़ों करोड़ में है.
बियाडा से लीज पर जमीन उपलब्ध
वहीं छोटे-छोटे कारीगर जो देश के विभिन्न हिस्सों में मजदूरी करने जाते थे, जो हुनर मन्द हैं, उनको भी इस आपदा में लोन दिलवाई गई है. बेतिया में चनपटिया, कुमारबाग, रामनगर में इन उद्यमियों को बियाडा से लीज पर जमीन उपलब्ध कराई गई है.
25 हजार युवाओं को रोजगार
बेतिया में पेवर ब्लॉक, जींस निर्माण, फुटवियर आदि उद्योग लगाए जाएंगे. जिले में लगभग आने वाले दिनों में 25 हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा. जिले के हुनरमंद अब बाहर नहीं जाएंगे. अब उन्हें जिले में बन रहे फैक्ट्रियों में काम मिलेगा. ये सब बेतिया डीएम कुंदन कुमार के प्रयास से हुआ है. नई औद्योगिक नीति के तहत डीएम ने सभी उद्यमियों को उद्योग लगाने के लिये अप्रैल महीने से प्रयासरत थे, जो अब सफल हुआ है.