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VTR में जब रात के अंधेरे में सड़क पर टहलने निकला बंगाल टाइगर, फिर देखें क्या हुआ

पश्चिम चंपारण के वीटीआर से निकलकर एक बंगाल टाइगर सड़क पर घूमता नजर आया. जिसका एक वीडियो आईएएस ऑफिसर कुंदन कुमार (IAS Kundan Kumar tweet VTR Roaming Tiger) ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट किया है. आगे पढ़ें पूरी खबर और देखें वीडियो...

बंगाल टाइगर
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Published : Mar 29, 2022, 12:17 PM IST

Updated : Mar 29, 2022, 2:39 PM IST

पश्चिम चंपारणः बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) के बाघ अक्सर रात के अंधेरे में सड़कों पर घूमते नजर आते हैं. जिनकी चर्चा भी खूब होती है. एक बार फिर वीटीआर से निकलकर एक बंगाल टाइगर सड़क पर घूमता (Bengal Tiger Roaming On Road In Valmikinagar Bettiah) नजर आया. जिसका वीडियो एक आईएएस ऑफिसर कुंदन कुमार ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट किया है. आपको बता दें कि साल 2006 में जहां वीटीआर (VTR) में 10 बाघ हुआ करते थे. आज उनकी संख्या बढ़कर 50 हो गई है. पिछले 16 साल में बाघों की संख्या में अच्छी खासी वृद्धि हुई है.

ये भी पढ़ेंः पश्चिम चंपारण: वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में बढ़ी बाघों की संख्या

VTR में 50 से अधिक बाघ : वीटीआर प्रशासन के अनुसार, यहां का क्षेत्रफल करीब 860 वर्ग किमी है. इसमें 270.58 वर्ग किमी पर्यटन जोन है. पर्यटक इसी क्षेत्र में घूमते हैं. इसके बाद 589.79 वर्ग किमी कोर एरिया है. यह बाघों के लिए अनुकूल क्षेत्र है. इस एरिया में हिरण, चीतल, सांभर जैसे वन्यप्राणियों की अधिकता के कारण ज्यादातर बाघ इसी क्षेत्र में रहते हैं. कोर एरिया में बाघों की संख्या 50 से अधिक पहुंच गई है.

ये भी पढ़ेंः बेतिया:वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की बढ़ती संख्या से विभाग खुश, ग्रामीणों में दहशत का माहौल

ऐसे बढ़ी बाघों की संख्या : वाल्मीकिनगर व्याघ्र अभयारण्य में बाघों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 2010 में यहां बाघों की संख्या मात्र 8 थी, वहीं वर्ष 2014 में यह संख्या बढ़कर 28 हुई और वर्ष 2018 में यह संख्या बढ़कर 31 हो गई. इसके बाद 2022 में यह संख्या करीब 50 तक पहुंच गई है. जानकारों की माने तो बाघों को बचाने और वन्यजीव और मनुष्यों के बीच टकराव रोकने का ही नतीजा है कि बाघों की संख्या में इतनी तेजी से वृद्धि हुई है. जबकि पिछले 3 सालों में कुल 8 बाघ की मौत भी हुई है.

बिहार विधानसभा में बाघों की मौत पर सवालः बता दें बिहार विधानसभा में सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व में हाल ही में हुए 2 बाघों की मौत पर सवाल उठाया था. बाघों की मौत के लिए अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई थी. जिस पर मंत्री जीवेश मिश्रा ने बताया था कि पिछले 3 साल में कुल 8 बाघ की मौत हुई. जिसमें 7 की प्राकृतिक मौत है. 1 बाघ की मौत की जांच चल रही है. किसी पर कोई कार्रवाई की बात नहीं है. पदाधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं.

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पश्चिम चंपारणः बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) के बाघ अक्सर रात के अंधेरे में सड़कों पर घूमते नजर आते हैं. जिनकी चर्चा भी खूब होती है. एक बार फिर वीटीआर से निकलकर एक बंगाल टाइगर सड़क पर घूमता (Bengal Tiger Roaming On Road In Valmikinagar Bettiah) नजर आया. जिसका वीडियो एक आईएएस ऑफिसर कुंदन कुमार ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट किया है. आपको बता दें कि साल 2006 में जहां वीटीआर (VTR) में 10 बाघ हुआ करते थे. आज उनकी संख्या बढ़कर 50 हो गई है. पिछले 16 साल में बाघों की संख्या में अच्छी खासी वृद्धि हुई है.

ये भी पढ़ेंः पश्चिम चंपारण: वाल्मीकिनगर टाइगर रिजर्व में बढ़ी बाघों की संख्या

VTR में 50 से अधिक बाघ : वीटीआर प्रशासन के अनुसार, यहां का क्षेत्रफल करीब 860 वर्ग किमी है. इसमें 270.58 वर्ग किमी पर्यटन जोन है. पर्यटक इसी क्षेत्र में घूमते हैं. इसके बाद 589.79 वर्ग किमी कोर एरिया है. यह बाघों के लिए अनुकूल क्षेत्र है. इस एरिया में हिरण, चीतल, सांभर जैसे वन्यप्राणियों की अधिकता के कारण ज्यादातर बाघ इसी क्षेत्र में रहते हैं. कोर एरिया में बाघों की संख्या 50 से अधिक पहुंच गई है.

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ऐसे बढ़ी बाघों की संख्या : वाल्मीकिनगर व्याघ्र अभयारण्य में बाघों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. 2010 में यहां बाघों की संख्या मात्र 8 थी, वहीं वर्ष 2014 में यह संख्या बढ़कर 28 हुई और वर्ष 2018 में यह संख्या बढ़कर 31 हो गई. इसके बाद 2022 में यह संख्या करीब 50 तक पहुंच गई है. जानकारों की माने तो बाघों को बचाने और वन्यजीव और मनुष्यों के बीच टकराव रोकने का ही नतीजा है कि बाघों की संख्या में इतनी तेजी से वृद्धि हुई है. जबकि पिछले 3 सालों में कुल 8 बाघ की मौत भी हुई है.

बिहार विधानसभा में बाघों की मौत पर सवालः बता दें बिहार विधानसभा में सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व में हाल ही में हुए 2 बाघों की मौत पर सवाल उठाया था. बाघों की मौत के लिए अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई थी. जिस पर मंत्री जीवेश मिश्रा ने बताया था कि पिछले 3 साल में कुल 8 बाघ की मौत हुई. जिसमें 7 की प्राकृतिक मौत है. 1 बाघ की मौत की जांच चल रही है. किसी पर कोई कार्रवाई की बात नहीं है. पदाधिकारी अच्छा काम कर रहे हैं.

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Last Updated : Mar 29, 2022, 2:39 PM IST
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