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बेतिया: अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए एंबुलेंस कर्मी, वेतन बढ़ाने को लेकर कर रहे हैं प्रदर्शन

जिला में कुल 48 एम्बुलेंस है. जिसमें से 11 एम्बुलेंस गाड़ी को रद्द कर दिया गया है, जिसमें 44 कर्मचारी कार्यरत थे. जबकि 30 एम्बुलेंस के कर्मी एम्बुलेंस लेकर बेतिया चले आए हैं. इसकी वजह से जिला में किसी भी पीएचसी पर एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है. ऐसे में इमरजेंसी सेवा पर अस्पतालकर्मी और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.

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Published : Mar 4, 2020, 5:49 PM IST

बेतिया: पश्चिम चंपारण जिले के एम्बुलेंस कर्मी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. एम्बुलेंस के कर्मी सभी पीएचसी से एम्बुलेंस लेकर डीपीएम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मी विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.

हड़ताल पर गए एम्बुलेंस कर्मियों का कहना है कि कई महीनों से उनके वेतन में कटौती की जा रही है, जो सरासर गलत है. दूसरी तरफ एम्बुलेंसकर्मियों को 30 दिन के काम के बदले मात्र 13 दिन का ही वेतन मिल रहा है. आंदोलनकारियों का मांग है कि इस रवैये पर रोक लगाई जाए और जिन कर्मियों को हटाया गया है उन्हें फिर से बहाल किया जाए.

देखिए रिपोर्ट

ये भी पढ़ेंः कोरोना को हराना है: पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर बोले- अलर्ट रहना ही इस बीमारी का इलाज

वहीं, बेतिया डीपीएम जावेद का कहना है कि एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल पर जाने से इमरजेंसी सेवा और अस्पताल में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी. इससे निपटने के लिए अस्पतालों में एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है. जिला के एम्बुलेंस कर्मी की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से इमरजेंसी सेवा पर असर पड़ना स्वाभाविक है. एंबुलेंस कर्मी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो यह आंदोलन और तेज करेंगे.

बेतिया: पश्चिम चंपारण जिले के एम्बुलेंस कर्मी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. एम्बुलेंस के कर्मी सभी पीएचसी से एम्बुलेंस लेकर डीपीएम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. कर्मी विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.

हड़ताल पर गए एम्बुलेंस कर्मियों का कहना है कि कई महीनों से उनके वेतन में कटौती की जा रही है, जो सरासर गलत है. दूसरी तरफ एम्बुलेंसकर्मियों को 30 दिन के काम के बदले मात्र 13 दिन का ही वेतन मिल रहा है. आंदोलनकारियों का मांग है कि इस रवैये पर रोक लगाई जाए और जिन कर्मियों को हटाया गया है उन्हें फिर से बहाल किया जाए.

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वहीं, बेतिया डीपीएम जावेद का कहना है कि एम्बुलेंस कर्मियों की हड़ताल पर जाने से इमरजेंसी सेवा और अस्पताल में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी. इससे निपटने के लिए अस्पतालों में एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है. जिला के एम्बुलेंस कर्मी की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से इमरजेंसी सेवा पर असर पड़ना स्वाभाविक है. एंबुलेंस कर्मी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हमारी मांग नहीं मानी गई तो यह आंदोलन और तेज करेंगे.

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