ETV Bharat / state

बगहा: विजिलेंस के चंगुल से इओ को छुड़ाने वाले आरोपी पार्षदों ने न्यायालय में किया सरेंडर - आधा दर्जन पार्षदों ने किया आत्मसमर्पण

आत्मसमर्पण करने वालों में मुख्य पार्षद के पुत्र नागेंद्र साह, वार्ड पार्षद मो. मेराज, भुवनेश्वर अग्रवाल, सीताराम महतो, अरिजीत नारायण सिंह उर्फ गिफ्फी सिंह, पार्षद प्रतिनिधि मो. सलाउद्दीन व नपकर्मी अमरजीत ओझा का नाम शामिल है. सरेंडर करने के पश्चात अदालत ने इन्हें जेल भेज दिया है.

bagha court
bagha court
author img

By

Published : Mar 3, 2021, 9:44 AM IST

पश्चिम चंपारण: रामनगर नगर पंचायत के ईओ को विजिलेंस टीम के हत्थे से जबरन छुड़ाकर भगा देने के आरोपी सात नगर पार्षद और पार्षद प्रतिनिधियों ने बगहा एसीजेएम कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया है. सरेंडर करने के पश्चात अदालत ने इन्हें जेल भेज दिया है.

ये भी पढ़ें - बिहार की जेलों में सुबह से छापेमारी, जिलों के DM-SP कर रहे लीड

आधा दर्जन पार्षदों ने किया आत्मसमर्पण

रामनगर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिन्हा को बीते 12 फरवरी को 20 हजार रुपया रिश्वत लेते समय पटना से विजिलेंस के डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पहुंची टीम ने दबोच लिया था. आरोप है कि ईओ की गिरफ्तारी की भनक लगते ही वार्ड पार्षद अपने समर्थकों समेत पहुंच आए और निगरानी टीम के साथ अभद्रता करते हुए गिरफ्तार ईओ को जबरन छुड़ाकर भगाने में कामयाब रहे. उक्त आरोपियों ने एसीजेएम अविनाश कुमार के न्यायालय में आत्मसमर्पण किया, जहां से इन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

ये भी पढ़ें - छापेमारी के दौरान पुलिस ने ITBP जवान को किया गिरफ्तार, ग्रामीणों ने किया हमला

इओ को भगाने के आरोपी हैं सभी पार्षद

आत्मसमर्पण करने वालों में मुख्य पार्षद के पुत्र नागेंद्र साह, वार्ड पार्षद मो. मेराज, भुवनेश्वर अग्रवाल, सीताराम महतो, अरिजीत नारायण सिंह उर्फ गिफ्फी सिंह, पार्षद प्रतिनिधि मो. सलाउद्दीन व नपकर्मी अमरजीत ओझा का नाम शामिल है. बता दें कि निगरानी टीम के चंगुल से जबरन छुड़ाकर भगाने के मामले में 20 नामजद समेत 150 लोगों के खिलाफ निगरानी डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह ने रामनगर थाना में कांड संख्या 66/21 दर्ज कराया था.

पश्चिम चंपारण: रामनगर नगर पंचायत के ईओ को विजिलेंस टीम के हत्थे से जबरन छुड़ाकर भगा देने के आरोपी सात नगर पार्षद और पार्षद प्रतिनिधियों ने बगहा एसीजेएम कोर्ट में आत्म समर्पण कर दिया है. सरेंडर करने के पश्चात अदालत ने इन्हें जेल भेज दिया है.

ये भी पढ़ें - बिहार की जेलों में सुबह से छापेमारी, जिलों के DM-SP कर रहे लीड

आधा दर्जन पार्षदों ने किया आत्मसमर्पण

रामनगर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिन्हा को बीते 12 फरवरी को 20 हजार रुपया रिश्वत लेते समय पटना से विजिलेंस के डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह के नेतृत्व में पहुंची टीम ने दबोच लिया था. आरोप है कि ईओ की गिरफ्तारी की भनक लगते ही वार्ड पार्षद अपने समर्थकों समेत पहुंच आए और निगरानी टीम के साथ अभद्रता करते हुए गिरफ्तार ईओ को जबरन छुड़ाकर भगाने में कामयाब रहे. उक्त आरोपियों ने एसीजेएम अविनाश कुमार के न्यायालय में आत्मसमर्पण किया, जहां से इन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.

ये भी पढ़ें - छापेमारी के दौरान पुलिस ने ITBP जवान को किया गिरफ्तार, ग्रामीणों ने किया हमला

इओ को भगाने के आरोपी हैं सभी पार्षद

आत्मसमर्पण करने वालों में मुख्य पार्षद के पुत्र नागेंद्र साह, वार्ड पार्षद मो. मेराज, भुवनेश्वर अग्रवाल, सीताराम महतो, अरिजीत नारायण सिंह उर्फ गिफ्फी सिंह, पार्षद प्रतिनिधि मो. सलाउद्दीन व नपकर्मी अमरजीत ओझा का नाम शामिल है. बता दें कि निगरानी टीम के चंगुल से जबरन छुड़ाकर भगाने के मामले में 20 नामजद समेत 150 लोगों के खिलाफ निगरानी डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह ने रामनगर थाना में कांड संख्या 66/21 दर्ज कराया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.