वैशाली: बिहार में मानसून की दस्तक के साथ ही नीतीश सरकार के स्वास्थ्य व्यवस्था का आलम यह है कि थोड़ी देर की बारिश में अस्पतालों में पानी भर गया है. प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था (Health System) महज एक दिन की बारिश में डूब चुकी है. मरीज बेहाल हैं और स्वास्थ्य विभाग (Health Department) मानसून की बारिश में गोते लगा रहा है.
हाजीपुर अस्पताल झील में तब्दील
ये तस्वीर है हाजीपुर के सदर अस्पातल (Hajipur Sadar Hospital) की. शनिवार देर रात हुई बारिश (Rain) के कारण सदर अस्पताल झील में तब्दील हो गया है. अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पानी घुस गया है. जिसके चलते मरीजों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
ऑपरेशन थियेटर में घुसा पानी
इमरजेंसी वार्ड से लेकर डॉक्टर्स चेंबर व स्टाफ रूम तक में घुटना भर पानी जमा हो गया है. अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर और कार्यालयों में भी पानी घुस गया है. वहीं, अस्पताल में कोरोना की जांच जारी है. लेकिन इस गंदगी में कोरोना के साथ कई और बीमारियों के फैलने का डर बना हुआ है.
हर साल देखने को मिलता है यह नजारा
बताया जाता है कि सदर अस्पताल से जल निकासी की ठोस व्यवस्था नहीं होने के कारण जब भी बारिश होती है, सदर अस्पताल में भीषण जल जमाव का नजारा देखने को मिलता है. हर साल मानसून के दिनों में ये नजारे कई सालों से देखने को मिल रहे हैं. लेकिन न तो स्वास्थ्य विभाग न ही निगम प्रशासन को इसकी सुध है. नतीजतन इसका खामियाजा अस्पताल में तैनात डॉक्टरों और मरीजों को भुगतना पड़ता है.
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शनिवार को ही नित्यानंद राय ने किया था निरीक्षण
बता दें कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Union Minister Nityanand Rai) शनिवार दिन में सदर अस्पताल हाजीपुर (Sadar Hospital Hajipur) पहुंचे थे. कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) की आशंका के बीच स्वास्थ्य विभाग द्वारा सदर अस्पताल में की जा रही तैयारियों का उन्होंने जायजा लिया था. इस मौके पर विधायक अवधेश सिंह, सीएस डॉ. इंद्रदेव रंजन सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे. लेकिन 'गृह राज्यमंत्री जी' को शायद ही अस्पताल की कुव्यवस्था का ज्ञान हुआ हुआ हो.