वैशाली: लोक सेवा आयोग ने (UPSC) सिविल सर्विस परीक्षा का फाइनल रिजल्ट ( UPSC CSE Result 2021) जारी कर दिया है. है. वैशाली की श्रेया श्री ने देशभर में 71वां रैंक (Civil Service Examination 2021) हासिल कर अपने परिवारवालों के साथ ही पूरे जिले और प्रदेश का नाम रौशन किया है. सुल्तानपुर पंचायत के मंगूरही गांव की रहने वाली श्रेया श्री घर में जश्न का माहौल बना हुआ है.
पढ़ें- मां टीचर पिता प्रोफेसर.. बेटा बनेगा ऑफिसर, किशनगंज के राज कृष्णा को UPSC में मिला 158वां रैंक
वैशाली की श्रेया श्री को 71वां स्थान: सुल्तानपुर मंगूरही में श्रेया (Shreya Shree of Sultanpur Mangoorhi) के घर में बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. आसपास के लोग श्रेया के घर बधाई देने के लिए पहुंच आ रहे हैं. घर पर मौजूद श्रेया के दादा कृष्णा चौधरी, दादी शकुंतला चौधरी और चाचा मुकेश चौधरी लोगों का मुंह मीठा कर सभी का स्वागत कर रहे हैं. श्रेया श्री के यूपीएससी में सलेक्शन से पूरा इलाका उत्साहित है. स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि अब उनके बच्चे भी और ज्यादा पढ़ाई में मेहनत कर सफल होने का प्रयास करेंगे.
ऐसे करती थीं श्रेया पढ़ायी: श्रेया के पिता दिनेश चौधरी बैंक कर्मी है. वह अपनी पत्नी संगीता चौधरी के साथ मध्य प्रदेश के अनूपपुर में रहते हैं. श्रेया का छोटा भाई गौरव इंजीनियरिंग कर रहा है. श्रेया की सफलता पर दादी शकुंतला चौधरी बताती हैं कि वह जब भी गांव आती है तब अपनी पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देती है. 2:00 बजे रात तक पढ़ाई करती है. उन्होंने इसके लिए श्रेया को टोका भी तो उसने कहा उसे अपना लक्ष्य हासिल करना है. जिसके लिए वह दिन रात मेहनत करती है.
जब कम रैंकिंग आने पर रो पड़ी थी श्रेया: श्रेया अपने दादा और दादी को सभी जगह घूमना चाहती है. वहीं श्रेया के दादा कृष्णा चौधरी ने कहा कि एक बार श्रेया रोने लगी थी जब उसको रैंकिंग कम मिला था. वहीं चाचा मुकेश चौधरी ने बताया कि वह जब भी कही किसी कम्पटीशन में जाति थी तो प्राइज लेकर आती थी. उसकी ज्यादातर शिक्षा नासिक में हुई है. इसके बाद यूपीएससी की तैयारी के लिए 1 वर्ष से दिल्ली में रह रही थी. श्रेया के घर बधाई देने पहुंचे स्थानीय मंजू कुमारी का कहना है कि श्रेया अन्य बेटियों के लिए और बच्चों के लिए प्रेरणा बन गई है.
श्रेया जब भी किसी कंपटीशन में भाग लेती थी तो वह प्राइज ले करके ही आती थी. पढ़ने में काफी तेज और मेहनती है. उससे शुरू से ही घर वालों को काफी उम्मीद थी. उसने सब का नाम रौशन कर दिया है"- मुकेश चौधरी, श्रेया श्री के चाचा
"श्रेया जब भी गांव आती थी तो यहां भी लगातार पढ़ाई करते रहती थी. वह 2:00 बजे रात तक पढ़ाई करती थी. कई बार मैंने उसे देर रात तक पढ़ने के बारे में पूछा तो उसने कहा मुझे अपना लक्ष्य पूरा करना है. श्रेया मुझे और अपने दादा को सभी जगह घुमाने ले जाना चाहती है. उसकी सफलता में उसके माता पिता का अहम रोल है"- शकुंतला चौधरी, श्रेया श्री की दादी
"श्रेया गांव आती थी तो अन्य बच्चों के पढ़ाई पर भी ध्यान देती थी. बच्चों को पढ़ाती थी और बढ़ने की प्रेरणा देती थी. साथ ही मुझसे कहती थी कि आप भी बच्चों से सुनिए कि उन लोगों ने क्या पढ़ा है. एक बार श्रेया को रैंकिंग कम आया था तो वह रोने लगी थी. लेकिन उसने हिम्मत करके कहा था उसे सफलता जरूर मिलेगी" कृष्णा चौधरी, श्रेया श्री के दादा
"श्रेया के सफलता से पूरा इलाका उत्साहित है. उसने जिला और राज्य का नाम रौशन कर दिया है. उसके सफलता से यहां की बच्चियों में पढ़ाई के प्रति और रुचि बढ़ेगी. बच्चे और मेहनत करेंगे ताकि उन्हें भी सफलता मिल सके"- मंजू कुमारी, स्थानीय
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे घोषित: आपको बता दें कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा-2021 के परिणाम घोषित कर दिया है. पहले चार स्थानों पर महिलाओं का कब्जा रहा. श्रुति शर्मा पहले स्थान पर रहीं, जबकि अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया. चौथे स्थान पर ऐश्वर्या वर्मा हैं. आयोग ने बताया कि 508 पुरुष और 177 महिलाओं समेत कुल 685 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए और आयोग ने विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए उनके नामों की अनुशंसा की है. यूपीएससी की लिखित (मुख्य) परीक्षा का आयोजन जनवरी, 2022 में किया गया था और साक्षात्कार अप्रैल-मई में आयोजित किए गए थे. 80 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी अंतिम है जबकि एक उम्मीदवार का परिणाम रोक दिया गया है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP