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निजी कोचिंग कार्यक्रम में नित्यानंद राय ने पढ़ाई के दिए टिप्स, कहा- तीन व छह महीने में करें समीक्षा

वैशाली में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय एक निजी कोचिंग संस्थान के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने ने अधिकारी बनने की पढ़ाई के लिए कुछ टिप्स भी दिए. पढ़ें पूरी खबर..

Union Minister Nityanand Rai attended program of private coaching institute in Vaishali
Union Minister Nityanand Rai attended program of private coaching institute in Vaishali
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Published : Nov 16, 2021, 7:44 AM IST

Updated : Nov 16, 2021, 8:20 AM IST

वैशाली: हाजीपुर के सदर प्रखंड में एक निजी कोचिंग कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Union Minister Nityanand Rai) बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ शहर के अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे. यह कार्यक्रम बीपीएससी (BPSC) के सफल छात्रों के सम्मान में रखा गया था. जिसमें बीपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होकर अधिकारी बने युवाओं के साथ उनके अभिभावकों को भी बुलाया गया था. जहां उन्हें अंग वस्त्र के साथ एक प्लांट देकर सम्मानित किया गया.

यह भी पढ़ें - BJP के प्रदेश दफ्तर में राजनीति के गुर सीख रहे हैं पार्टी के पदाधिकारी

इस कार्यक्रम का आयोजन बिहार प्रशासनिक सेवा से जुड़े 50 से अधिक अधिकारियों की टीम ने किया था. बात दें कि युवाओं की एक टीम ने मिलकर लगभग 3 वर्ष पहले सोशल मीडिया के जरिए बीपीएससी की पढ़ाई, ऐसे छात्रों के लिए मुफ्त शुरू करवाई थी जो छात्र ज्यादा पैसे खर्च करके बड़े शहरों में पढ़ाई नहीं कर सकते. कोचिंग को चलाने वाले 50 से ज्यादा बीपीएससी युवा अधिकारी हैं. जिनके मदद से इस कोचिंग में पढ़ कर कई युवक आधिकारी बन चुके है.

देखें वीडियो

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि इस कोचिंग की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है. इस दौरान उन्होंने अधिकारी बनने की पढ़ाई के लिए कुछ टिप्स भी दिए. उन्होंने कहा कि आप एक लक्ष्य निर्धारित करें, आपके प्रयास उसे बढ़ाना चाहिए. हर तिमाही से छह महीने में इसकी समीक्षा करें. जो सफल हुआ उसने क्या किया और जो असफल हुआ वह क्यों असफल हुआ, इस विचार करें. साथ ही इस पर ध्यान देने से कई कठिनाइयां दूर होगी.

वहीं, कोचिंग के प्रारंभिक संस्थापक अभिजीत राज ने बताया कि ऐसे छात्र जिनके अभिभावक उन्हें बड़े शहरों में रखकर नहीं पढ़ा सकते. क्योंकि वहां देने के लिए उनके पास लाखों रुपये नहीं है. ऐसे छात्र अपने सपने को कैसे पूरा करेंगे, उन्हें कैसे साकार करेंगे. यही सोचकर यह पढ़ाई शुरू की गई थी. बताते चलें सदर थाना क्षेत्र के लाल पोखर गांव के रहने वाले अशोक कुमार राय के पुत्र अभिजीत राज है. जिन्होंने बीपीएससी की 64 वीं परीक्षा में सफलता हासिल की थी. जिसके बाद वे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर यह फ्री क्लास चला रहे हैं.

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वैशाली: हाजीपुर के सदर प्रखंड में एक निजी कोचिंग कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Union Minister Nityanand Rai) बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ शहर के अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे. यह कार्यक्रम बीपीएससी (BPSC) के सफल छात्रों के सम्मान में रखा गया था. जिसमें बीपीएससी की परीक्षा में उत्तीर्ण होकर अधिकारी बने युवाओं के साथ उनके अभिभावकों को भी बुलाया गया था. जहां उन्हें अंग वस्त्र के साथ एक प्लांट देकर सम्मानित किया गया.

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इस कार्यक्रम का आयोजन बिहार प्रशासनिक सेवा से जुड़े 50 से अधिक अधिकारियों की टीम ने किया था. बात दें कि युवाओं की एक टीम ने मिलकर लगभग 3 वर्ष पहले सोशल मीडिया के जरिए बीपीएससी की पढ़ाई, ऐसे छात्रों के लिए मुफ्त शुरू करवाई थी जो छात्र ज्यादा पैसे खर्च करके बड़े शहरों में पढ़ाई नहीं कर सकते. कोचिंग को चलाने वाले 50 से ज्यादा बीपीएससी युवा अधिकारी हैं. जिनके मदद से इस कोचिंग में पढ़ कर कई युवक आधिकारी बन चुके है.

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केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि इस कोचिंग की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है. इस दौरान उन्होंने अधिकारी बनने की पढ़ाई के लिए कुछ टिप्स भी दिए. उन्होंने कहा कि आप एक लक्ष्य निर्धारित करें, आपके प्रयास उसे बढ़ाना चाहिए. हर तिमाही से छह महीने में इसकी समीक्षा करें. जो सफल हुआ उसने क्या किया और जो असफल हुआ वह क्यों असफल हुआ, इस विचार करें. साथ ही इस पर ध्यान देने से कई कठिनाइयां दूर होगी.

वहीं, कोचिंग के प्रारंभिक संस्थापक अभिजीत राज ने बताया कि ऐसे छात्र जिनके अभिभावक उन्हें बड़े शहरों में रखकर नहीं पढ़ा सकते. क्योंकि वहां देने के लिए उनके पास लाखों रुपये नहीं है. ऐसे छात्र अपने सपने को कैसे पूरा करेंगे, उन्हें कैसे साकार करेंगे. यही सोचकर यह पढ़ाई शुरू की गई थी. बताते चलें सदर थाना क्षेत्र के लाल पोखर गांव के रहने वाले अशोक कुमार राय के पुत्र अभिजीत राज है. जिन्होंने बीपीएससी की 64 वीं परीक्षा में सफलता हासिल की थी. जिसके बाद वे अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर यह फ्री क्लास चला रहे हैं.

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Last Updated : Nov 16, 2021, 8:20 AM IST
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