वैशाली: गांधी सेतु ब्रिज के पूर्वी लेन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. 2100 करोड़ की लगात से निर्माण कार्य कराया गया है. इसके निर्माण में 66360 मीट्रिक टन स्टील, 25 लाख नट वोल्ट के अलावा 460 एलईडी लाइट भी लगाया गया. सेतु के पूर्वी लेन की लम्बाई 5 किलोमीटर 575 मीटर है. कल मंगलवार को नवनिर्मित पुल का उद्घाटन केन्द्रीय नितिन गडकरी (Inauguration of Gandhi Setu) करेंगे. उद्घाटन समारोह के लिए विशेष तैयारी चल रही है. जिसका जायजा लेने अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत हाजीपुर के तेरसिया पहुंचे.
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व्यवस्थाओं का लिया जायजा: अपर मुख्य सचिव ने उद्घाटन समारोह के लिए बन रहें पंडाल में बैठने की व्यवस्था, आने-जाने की सुविधा, गाड़ियों की पार्किंग की सुविधा के अलावा कार्यक्रम के दौरान गांधी सेतु और इससे जुड़े सड़कों पर जाम न लगे, इसकी व्यवस्था का जायजा लिया. इस दौरान वैशाली के डीएम यशपाल मीणा, एसपी मनीष समेत आरसीडी एनएचएआई समेत अन्य विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे. उन्होंने कहा कि गांधी सेतु के पूर्वी लंका उद्घाटन हो जाने से बिहार वासियों को जाम की समस्या से काफी राहत मिलेगी.
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कई वीआईपी होंगे शामिल: उद्घाटन समारोह के लिए खुद केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के अलावा कई केंद्रीय मंत्री बिहार सरकार के मंत्री सांसद और विधायक मौजूद रहेंगे. ऐसे में कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए है. अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह हमलोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है. राज्य के लिए यह बहुत बड़ी चीज है. इसकी तैयारी देखने के लिए हम आए थे और सुझाव के रूप में जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं. बिहार की जनता के लिए कल से गांधी सेतु खुल जाएगा.
"बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम है हम लोगों के लिए. राज्य के लिए यह बहुत बड़ी चीज है. उद्घाटन कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री, केन्द्रीय मंत्री गडकरी के अलावा कई मंत्री शामिल होंगे.इसकी तैयारी देखने के लिए हम लोग आए थे और इसमें जो कुछ लगा है वह सुझाव दिया गया है. उसकी तैयारी पूरी कर ली गई है और गांधी सेतु कल से यह खुल जाएगा" - प्रत्यय अमृत, अपर मुख्य सचिव, बिहार
सेतु पर दो मीटर का फुटपाथ: बता दें कि 15 जून 2017 से पूर्वी लेन के निर्माण का कार्य शुरू हुआ था. जिसकी अनुमानित लागत 1382.40 करोड़ थी लेकिन बाद में यह बढ़कर लभगभ 21 सौ करोड़ हो गया है. इसके निर्माण में 66360 मीट्रिक टन स्टील, 25 लाख नट वोल्ट के अलावा 460 एलईडी लाइट भी लगाया गया है. कभी एशिया के सबसे बड़े ब्रिज का तमगा हासिल इस सेतु के बन जाने से उत्तर बिहार को बड़ी राहत मिलेगी. सेतु पर दो मीटर का फुटपाथ बनाया गया है. जिस पर साइकिल और पैदल लोग आवाजाही कर सकते है. इसके अलावा पहली बार इस सेतु में यूटिलिटी कॉरिडोर भी बनाया गया है. सेतु के पूर्वी लेन की लम्बाई 5 किलोमीटर 575 मीटर है.
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