वैशाली: बिहार के वैशाली जिले में कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. 300 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. इसके अलावा गंडक नदी के कौन हारा घाट सहित अन्य स्नान घाटों पर भी तैयारी पूरी है. घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, साथ ही वॉच टावर भी बनाया गया है. शांतिपूर्ण तरीके से कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान संपन्न कराने के लिए प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों के साथ बैठक में जानकारी दी गई. बाला दास कौशल्या घाट और क्लब घाट सहित कई घाटों को असुरक्षित करार दिया गया है, जहां स्नान करने पर प्रतिबंध है.
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कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर कौन हारा घाट सहित अन्य घाटों पर सीसीटीवी कैमरा के साथ-साथ वॉच टावर भी बनाया गया है. शांतिपूर्ण तरीके से पूर्णिमा स्नान हो इसकी तमाम व्यवस्था की गई है. इस पूरे प्रबंध को देखने के लिए 300 मजिस्ट्रेट तैयार रहेंगे. नियमों के अनुपालन के साथ-साथ दूरदराज से आने वाले लोगों के स्नान ध्यान संबंधी हर प्रकार की सहायता के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. सभी घाटों पर बैरिकेडिंग कराई गई है. प्रत्येक घाट पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती की गई है.
स्नान घाट से लेकर पूरे शहर के विभिन्न स्थानों पर 300 मजिस्ट्रेट और 1200 पुलिसकर्मियों को भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए ड्यूटी पर लगाया गया है. कार्तिक पूर्णिमा स्नान मेले में भीड़ नियंत्रण सुरक्षा के लिए मेला ड्यूटी में जाने से पूर्व सभी मजिस्ट्रेट और पुलिस कर्मियों के साथ डीएम उदिता सिंह के निर्देश पर उप विकास आयुक्त विजय प्रकाश मीणा ने जानकारी दी. उन्होंने पूर्णिमा स्नान के अवसर पर विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिस बल के पदाधिकारियों को कई आवश्यक निर्देश दिए.
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कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त गुरुवार को 11:45 से प्रारंभ होकर शुक्रवार को 2:00 बजे दिन तक रहेगा. इस अवसर पर स्नान घाटों पर जाने वाले रास्ते एवं घाटों पर विशेष सतर्कता आवश्यक है. अगर व्यवस्था में किसी प्रकार की कमी दिखे, तो इसकी तत्काल सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को देते हुए वरीय पदाधिकारियों को सूचित भी करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी को जिला नियंत्रण कक्ष नंबर 06224 26020 पर अपने पास रखने का निर्देश दिया गया है.
बता दें कि बालाघाट कौशल्या घाट और क्लब घाट को खतरनाक घोषित किया गया है. समीक्षा बैठक में हाजीपुर के डीएसएलआर स्वप्निल ने बताया कि हाजीपुर के कई घाट खतरनाक है जिन पर खासतौर से चौकसी बरती जाएगी. ताकि, यहां स्नान करने वाले लोग नहीं आ सकें. इन घाटों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए जिला प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं.
इस संदर्भ में जिला प्रशासन ने एक मीटिंग बुलाकर तमाम अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद कार्तिक पूर्णिमा के विषय में बताया कि सदियों से यह कार्तिक पूर्णिमा का मेला लगते आ रहा है, इसमें स्नान करने के बाद श्रद्धालु एशिया के प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेले में घूमने जाते हैं जो कि इस बार सरकारी स्तर पर नहीं लगेगा. कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था भी की गई है. इसके बावजूद आने वाले लोगों की संख्या अगर बढ़ती है तो प्रशासन के लिए यहां भीड़ को नियंत्रण करना और स्थिति को सामान्य रख पाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा.
जिलाधिकारी उदिता सिंह और पुलिस अधीक्षक मनीष ने कार्तिक पूर्णिमा स्नान के अवसर पर हाजीपुर के घाटों का मोटर बोट के माध्यम से निरीक्षण किया. जिला प्रशासन के द्वारा उपलब्ध कराई गई व्यवस्थाओं को देखा गया. इस दौरान अधिकारियों ने तमाम घाटों का निरीक्षण कर वहां तैनात अधिकारियों को संबंधित निर्देश दिए.