वैशाली: बिहार के वैशाली में डूब रहे बच्चे को एसडीआरएफ की टीम (SDRF Team Rescues Drowning Child In Vaishali) ने बचा लिया. जिससे नदी में सिक्का ढूंढने गया बच्चा बाल-बाल बच गया. नदी की तेज धार की वजह से जब बच्चा नदी में डूबने लगा तो एसडीआरएफ की टीम ने जान की बाजी लगाकर उसकी जान बचा ली. जिसके बाद बच्चे का मौके पर ही प्राथमिक उपचार किया गया और फिर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया. जहां उसकी हालत अच्छी बताई जा रही है. मामला जिले के हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र का है. जहां क्लब घाट पर चौकसी कर रहे एसडीआरएफ के जवान राजीव कुमार ने एक बच्चे को नदी की तेज धारा में डूबते हुए देखा.
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वैशाली में डूबते बच्चे की जान SDRF की टीम ने बचाया : डूबते बच्चे को बचाने के लिए एसडीआरएफ के जवान 3 बोट पर सवार होकर उसे रेस्क्यू के लिए निकल पड़े. काफी मशक्कत के बाद किसी तरह बच्चे की जान बचाई जा सकी. बताया जा रहा है कि दुर्गा पूजा के बाद बड़ी संख्या में लोग मूर्ति विसर्जन करने गंडक किनारे घाट पर पहुंचे थे. जिनमें कई लोगों ने परंपरागत आस्था के अनुसार नदी में सिक्का फेंका था. जिसको नदी में चुनने के लिए चार बच्चे गए थे. सभी की उम्र 8 से 10 वर्ष के बीच की बताई जा रही है. चारों हल्का-फुल्का तैरना भी जानते थे.
गंडक नदी का जलस्तर बढ़ा है : मिली जानकारी के अनुसार गंडक नदी में जलस्तर बढ़ा हुआ है और नदी की तेज धार बह रही है. यही कारण है कि चारों में से एक बच्चा तेज धार की चपेट में आकर डूबने लगा लेकिन 3 बच्चे तैरकर बाहर आ गए थे. जबकि एक बच्चा डूबने लगा जिसे एसडीआरएफ की टीम ने बचा लिया. जिसजे बाद उसे घाट किनारे लाया गया. डूबने के दौरान बच्चे ने नदी ने काफी पानी पी लिया था. इसलिए उसका प्राथमिक उपचार क्लब घाट पर ही एसडीआरएफ की ओर से किया गया और बाद में उसे बेहतर इलाज के लिए नगर थाना की देख-रेख में हाजीपुर सदर अस्पताल भेज दिया गया. जहां बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर बताया जा रहा है. डूब रहा बच्चा हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र का ही रहने वाला है.
'घाट पर तैनात एसडीआरएफ की चौकसी दल ने बच्चे को डूबते हुए देखा था. जिसके बाद तीन मोटर बोट की सहायता से उसकी जान बचाई जा सकी. हालांकि तेज धार होने की वजह से काफी मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा, इसके बावजूद हम लोग ने उसका रेस्क्यू करने में सफल रहे. बच्चा पैसा निकालने के लिए नदी में गया था, उसे हल्का-फुल्का तैरना भी आता था. लेकिन वह तेज धार की चपेट में आकर डूबने लगा था, जिसे बचाया गया है. जबकि अन्य बच्चे बाहर आ गए थे.' - धुरेन्द्र सिंह, एसडीआरएफ प्रभारी