वैशाली : बिहार में पूर्ण शराबबंदी है (Liquor Ban In Bihar) लेकिन शराबबंदी के सफल और असफल होने पर सियासी बयान थमने का नाम नहीं ले रहा है. पक्ष-विपक्ष दोनों नेताओं के बयान लगातार आ रहे हैं. इसी क्रम में सरकार में जदयू के साथ शामिल आरजेडी के विधायक ने शराबबंदी पर सवाल खड़ा किया है. महुआ विधायक मुकेश रोशन ने कहा है कि शराबबंदी की समीक्षा होनी चाहिए. क्योंकि, इसकी आड़ में जो युवा हैं वह कई अन्य प्रकार का नशा कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- रिजर्व बैंक ने तीन साल पहले ही 2000 रु. के नोट छापने बंद कर दिए : सुशील मोदी
''बिहार में सरकार शराबबंदी की समीक्षा करे. इसकी आड़ में कई युवा रास्ता भटक गए हैं. वो अन्य दूसरे प्रकार के नशा का सेवन करने लगे हैं. हम सरकार से मांग करते हैं कि सरकार नशा मुक्ति के लिए कदम बढ़ाए हम सभी सरकार का साथ देंगे''- मुकेश रोशन, आरजेडी विधायक
'नशा मुक्ति के लिए सरकार बढ़ाए कदम': यही नहीं आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने यह भी कहा है कि युवा अपने रास्ते से भटक रहे हैं. ऐसे में शराबबंदी की समीक्षा होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि नशा मुक्ति के लिए सरकार कदम बढ़ाए. वे सभी मिलकर सरकार का सहयोग करेंगे. इससे पहले राजद के ही रामबली चंद्रवंशी ने शराबबंदी पर समीक्षा की बात कही थी. जदयू के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने भी माना था कि शराबबंदी सफल नहीं है. इसी कड़ी में महुआ से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक मुकेश रोशन का बयान भी देखा जा रहा है.
अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंचे थे विधायक: बताया गया कि विधायक मुकेश रोशन अपने समर्थकों के साथ हाजीपुर सदर अस्पताल का निरीक्षण करने आए थे, जहां जनरल वार्ड, महिला वार्ड सहित तमाम वार्ड व इमरजेंसी और अस्पताल परिसर में अन्य जगहों का निरीक्षण कर उन्होंने संतोष जाहिर किया. वहीं निरीक्षण के बाद मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि शराबबंदी की समीक्षा होना चाहिए. शराबबंदी की आड़ में कई युवा नशा कर रहे हैं वो अपने रास्ते से भटक रहे हैं.