वैशाली: जिले के मंसूरपुर गांव में दो राजनीतिक दल के लोग आपस में भीड़ गए. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. दरअसल मंसूरपुर गांव में कोरोना काल में एक माह में 17 लोगों की हुई मौत मामले के बाद जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ता दवा का वितरण और सैनेटाइजर का छिड़काव करने के लिए गांव पहुंचे थे. इसी दौरान मुखिया समर्थक और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई. देखते ही देखते मामला हाथापाई तक पहुंच गया.
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राजद और जाप के कार्यकर्ता भिड़े
पूरा मामला वैशाली जिला के सदर अनुमंडल अंतर्गत बिदुपुर थाना क्षेत्र के मंसूरपुर गांव का है. दरअसल यह गांव प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में पड़ता है. जहां कोरोना काल में 17 लोगों की हुई मौत की सूचना पर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने गांव में डॉक्टरों की टीम के साथ जरूरी दवाइयों का स्टॉक भेजा. साथ ही जाप कार्यकर्ता दवा का वितरण और सैनेटाइजडर का छिड़काव करने गांव पहुंचे.
नोकझोंक से शुरू हुआ मामला
इसी बीच स्थानीय मुखिया और ग्रामीणों में पहले नोकझोंक शुरू हुई. देखते ही देखते दोनों पार्टी के गुट आपस में भिड़ गए. भिड़ंत में दोनों गुट के समर्थकों ने आपस में खूब मारपीट और धक्का-मुक्की की. गांव वालों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया है. यह मामला शनिवार का बताया जा रहा है.
काफी देर बाद मामला हुआ शांत
इस संबंध में गांव वालों ने बताया कि गांव में कोरोना काल के दौरान एक महीने में 17 लोगों की मौत हो चुकी है. जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने गांव में डॉक्टरों की टीम के साथ जरूरी दवाइयों का स्टॉक भेजा था. पहले किसी ने ऐसा नहीं किया. मुखिया समर्थक आरजेडी की तरफ से हैं, इसलिए सभी जाप कार्यकर्ताओं का विरोध करने लगे. देखते ही देखते गांव का माहौल बिगड़ गया. वहीं कुछ बुद्धिजीवियों ने किसी तरह दोनों राजनीतिक पार्टियों के समर्थकों को शांत कराया. तब जाकर मामला शांत हुआ.
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