वैशाली: प्रधानमंत्री की ओर से तीन कृषि कानूनों वापस (Return of farm law) लेने के एलान के बाद बिहार की विपक्षी पार्टियां (Bihar politics ) केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साध रही है. इसी कड़ी में राजद नेता और पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने (RJD LEADER Shivchandra Ram) ने कहा कि सरकार चुनाव में अच्छे परिणाम नहीं आने घबराई हुई थी और डरकर सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया है.
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राजद नेता शिवचंद्र राम ने कहा कि ये किसानों की संघर्ष की बहुत बड़ी जीत है. किसान बिल के खिलाफ हुए आंदोलन में शहीद हुए किसान परिवार 1-1 करोड़ का मुआवजा मिलना चाहिए. साथ ही परिवार के एक सदस्य को केंद्र सरकार सरकारी नौकरी दे.
'देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चिंतन और मंथन किया. जिसके बाद बाद उनको एहसास हुआ कि वे किसानों के साथ हम गलत कर रहे हैं. जिस राज्य में इनकी पार्टी चुनाव लड़ी उस राज्य में रिजल्ट अच्छा नहीं आया, इसे लेकर भी डरे और सहमे हुए हैं. इसी वजह से तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया गया है.' :- शिवचंद्र राम, राजद नेता
बता दें कि पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को ऐलान कर दिया कि तीनों कृषि कानूनों को केंद्र सरकार ने वापस ले लिया. कृषि कानूनों को वापस करने की मांग को लेकर पिछले एक साल से देश भर में किसान संगठन आंदोलन और प्रदर्शन कर रहे थे. केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों से बातचीत कर समाधान निकालने की कई बार कोशिश की लेकिन कोई रास्ता नहीं निकल पाया था. कृषि कानूनों को किसान लगातार काला कानून बता रहे थे. किसान दावा कर रहे थे कि कृषि कानून से किसानों को कोई फायदा नहीं होगा. अब जब कि इस कानून को सरकार ने रद्द कर दिया है तो किसानों में काफी खुशी है और कांग्रेस इसे विजयोत्सव के रूप में मनाने जा रही है.
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