वैशाली: गंगा और गंडक के संगम स्थल वैशाली में छठ पूजा (Chhath Puja 2022) को लेकर लोगों में खासा उत्साह रहता है. राजधानी पटना से भी काफी संख्या में लोग महापर्व छठ करने हाजीपुर आते हैं. हाजीपुर के 18 छठ घाट ऐसे हैं, जोकि संगम स्थल के नजदीक हैं. लेकिन गंडक बराज से छोड़े गए पानी के वजह से इस बार इन घाटों की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है. ऐसे में हाजीपुर नगर परिषद, जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम छठ पूजा के लिए घाटों को तैयार करने में जुटी है.
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छठ घाट का जायजा लेने पहुंचे डीएम: इससे पहले वैशाली डीएम यशपाल मीणा ने छठ व्रत को लेकर SDRF की टीम से मुलाकात की. डीएम ने पूजा के दौरान घाटों की सुरक्षा को लेकर कई दिशा-निर्देश दिए. ईटीवी भारत से खास बातचीत में एसडीआरएफ के एसआई राकेश रमन ने बताया कि फिलहाल घाटों पर पानी का जलस्तर ज्यादा है. घाटों की साफ-सफाई की जा रही है. डीएम यशपाल मीणा ने एसडीआरएफ टीम को पूजा के दौरान घाट पर तैनात रहने के लिए निर्देश दिया है.
"घाटों पर पानी काफी बढ़ा हुआ है. सफाई वैगराह करवाया जा रहा है. वैशाली डीएम यशपाल मीणा के साथ मीटिंग हुई थी, जिसमें बोला गया था कि आप लोग तैनात रहेंगे. ऐसे में घाट पर हम लोग तैनात हैं. 13 वोट हैं, हम लोगों के पास 31 कर्मी हैं" -राकेश रमन, ASI, एसडीआरएफ
युद्धस्तर पर हो रहा घाटों की तैयारी: उन्होंने कहा कि गंडक बराज से पानी छोड़ने के कारण घाटों की स्थिति खराब है. हालांकि, टीम घाटों की तैयारी में जुटी है. एसडीआरएफ की टीम भी सुरक्षा के मद्देनजर तैयारी शुरू कर दी है. टीम के पास 13 बोट हैं. साथ ही 31 कर्मचारियों की टीम है, जो छठ पूजा के लिए पूरी मुस्तैदी से तैयारियों में जुटी है.