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बिहार में कोल्ड स्ट्राइक, घर में दुबके लोग, सड़कों पर पसरा सन्नाटा

स्थानीय लोगों ने कहा की ठंड बहुत बढ़ गई है लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इस बार अलाव या कंबल की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है.

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Published : Dec 27, 2019, 9:01 AM IST

Updated : Dec 27, 2019, 10:36 AM IST

वैशाली: कश्मीर और हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी के कारण बिहार में भी इसका असर देखा जा रहा है. वैशाली जिला पूरी तरह ठंड की चपेट में है. कड़ाके की इस सर्दी ने जन-जीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से निकल रहे हैं. सड़कों पर सन्नाटा है. चौक-चौराहों पर लोग अलाव तापते दिख रहे हैं.

वैशाली
हाजीपुर में अलाव तापते स्थानीय लोग

प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं
हाजीपुर का व्यस्ततम इलाका डाक बंगला के पास अलाव सेक रहे स्थानीय लोगों ने कहा की ठंड बहुत बढ़ गई है. इससे बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है. एक बार अलाव लगाया जाता है तो आस-पास के कई लोग इकट्ठे इसका लाभ लेते हैं. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इस बार अलाव या कंबल की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है. स्थानीय लोगों ने अपने स्तर से अलाव की व्यवस्था की है.

पेश है रिपोर्ट

ये भी पढेंः पटना: ठंड में फुटपाथ पर ठिठुरने को मजबूर गरीब, अब तक नहीं बना एक भी रैनबसेरा

फिलहाल राहत नहीं
ठंड का असर फसल पर भी दिख रहा है. किसान सोनू ने बताया कि ठंड बढ़ने से गेहूं और सरसों की फसल तो ठीक रहती है लेकिन आलू बूरी तरह प्रभावित होता है. उन्होंने कहा कि सर्दी इतनी अधिक है कि किसानों को ये आलू के साथ हरी साग-सब्जियों को खेतों में बचाना बड़ी चुनौती हो गई है. ठंड की वजह से इसका पौधा गलने लगता है. बता दें कि कोहरे की वजह से विजिबीलिटी बहुत कम हो गया है. ऐसे में सड़कों पर गाड़ी चलाना बेहद कठिन है. मौसम विभाग ने कहा है कि फिलहाल शीतलहर से निजात मिलने वाला नहीं है.

वैशाली: कश्मीर और हिमालय क्षेत्र में बर्फबारी के कारण बिहार में भी इसका असर देखा जा रहा है. वैशाली जिला पूरी तरह ठंड की चपेट में है. कड़ाके की इस सर्दी ने जन-जीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. बहुत जरूरी होने पर ही लोग घरों से निकल रहे हैं. सड़कों पर सन्नाटा है. चौक-चौराहों पर लोग अलाव तापते दिख रहे हैं.

वैशाली
हाजीपुर में अलाव तापते स्थानीय लोग

प्रशासन की ओर से अलाव की व्यवस्था नहीं
हाजीपुर का व्यस्ततम इलाका डाक बंगला के पास अलाव सेक रहे स्थानीय लोगों ने कहा की ठंड बहुत बढ़ गई है. इससे बचाव के लिए अलाव की व्यवस्था की गई है. एक बार अलाव लगाया जाता है तो आस-पास के कई लोग इकट्ठे इसका लाभ लेते हैं. लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इस बार अलाव या कंबल की कोई व्यवस्था नहीं दिख रही है. स्थानीय लोगों ने अपने स्तर से अलाव की व्यवस्था की है.

पेश है रिपोर्ट

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फिलहाल राहत नहीं
ठंड का असर फसल पर भी दिख रहा है. किसान सोनू ने बताया कि ठंड बढ़ने से गेहूं और सरसों की फसल तो ठीक रहती है लेकिन आलू बूरी तरह प्रभावित होता है. उन्होंने कहा कि सर्दी इतनी अधिक है कि किसानों को ये आलू के साथ हरी साग-सब्जियों को खेतों में बचाना बड़ी चुनौती हो गई है. ठंड की वजह से इसका पौधा गलने लगता है. बता दें कि कोहरे की वजह से विजिबीलिटी बहुत कम हो गया है. ऐसे में सड़कों पर गाड़ी चलाना बेहद कठिन है. मौसम विभाग ने कहा है कि फिलहाल शीतलहर से निजात मिलने वाला नहीं है.

Intro:लोकेशन: वैशाली ।
रिपोर्टर: राजीव कुमार श्रीवास्तव ।

: कश्मीर और हिमालय क्षेत्र में बर्फबाजी होने के चलते बिहार में भी इसका असर देखा जा रहा हैं। इस बाबत वैशाली जिले में कड़ाके की सर्दी पड़ने से लोगों का जन- जीवन के साथ उनकी खेती पर भी इसका खराब प्रभाव पड़ता दिखाई दे रहा हैं।


Body:: इन दिनों पूरे देश मे कड़ाके की सर्दी महसूस की जा रही हैं। इस बाबत इसका असर प्रदेश के वैशाली जिले में भी देखा जा रहा हैं। लोग इस कड़ाके की ठंड से बचने के लिये अपने घरों में खुद को कैद कर लिए हैं। जरूरत पड़ने पर ही वे अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। वहीं कुहासा ज्यादा पड़ने से सड़कों पर छोटी- बड़ी वाहनों की तेज रफ्तार पर मानो अंकुश लग गया हो । वहीं लोगों की मानें तो इस बार जिला प्रशासन की ओर से शीतलहरी जैसी सर्दी में भी हाजीपुर के किसी भी चौक- चौराहों पर अलाव का व्यवस्था नहीं किया गया हैं। इससे लोगों ने वैक्लिपक व्यवस्था के तौर पर आपस मे पैसा मिलाकर लकड़ी का अलाव किये हैं।

हाजीपुर के सबसे ज्यादा व्यस्त डाकबंगला प्रमुख सड़क पर दर्जनों लोंगो ने अलाव की व्यवस्था किया था ।उनसे इस बाबत पूछने पर लोगों ने जिला प्रशासन पर अपना नाराजगी दिखाते हुए कहा कि ठंड से हमलोग परेशान हैं। पर प्रशासन की अनदेखी से हमलोग मर्माहत हैं।

जिले के सभी 16 प्रखंडों में कमोवेश यही स्थिति देखी जा रहीं हैं।
हाजीपुर मुख्यालय क्षेत्र के समाहरणालय स्थित डीएम के कार्यालय में जानें पर डीएम उदिता सिंह नजर नहीं आई । न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी ही कार्यालय में मौजूद नजर आया ।


Conclusion:उधर किसानों की मानें तो इस शीतलहरी जैसी सर्दी पड़ने से रबी की खेती में गेहूं की फसल के लिये तो ठीक हैं पर हरी- साग- सब्जियां, आलू पर इसका असर अच्छा नहीं पड़ेगा । किसान सोनू ने बताया कि कड़ाके की ठंड से आलू की फसल नष्ट हो सकता हैं।

स्टोरी:
विज़ुअल्स कुहासा से
रेडी टू अपलोड स्टोरी
VO:
OPEN PTC संवाददाता, राजीव, वैशाली ।
बाईट् : स्थानीय जनता
VO: 02
बाइट: सोनू किसान
FINAL PTC संवाददाता, राजीव, वैशाली
Last Updated : Dec 27, 2019, 10:36 AM IST
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