वैशाली: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों को सुदृढ़ करने के लिये आश्वस्त करते रहते हैं, पर उनके लाख प्रयासों के बावजूद स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा हैं. सारण जिले के सोनपुर प्रखण्ड में स्थित 3 लाख की आबादी पर एक रेफरल अस्पताल और अनुमंडलीय अस्पताल में अव्यवस्था की घोर अभाव होने के चलते यहां मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
![Vaishali](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/4156385_sonpur.jpg)
सैकड़ों की संख्या में आतें हैं मरीज
यहां रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. डाक्टर द्वारा मरीजों को घण्टों लाइन लगाने के बाद देखा जाता है. वहीं, अस्पताल के डिस्प्ले बोर्ड पर लिखी गई दवाईयां भी मरीजों को काउंटर पर नही मिलती हैं. मरीज को एक्सरे और अल्ट्रा साउंड के लिये पर्चे लिखे जाते हैं विंडबना यह है कि यहां यह दोनों सुविधा राम भरोसे ही चल रही हैं. टेकनीशियनों के अभाव में यह मशीनें सफेद हाथी साबित होती दिख रही हैं.
इंतजार करते रहे मरीज
अस्पताल में हंगामा होने की सूचना पर पहुंची ईटीवी भारत की टीम को मरीजों ने बताया कि घण्टों पूर्व डाक्टर द्वारा एक्सरे और अल्ट्रासाउंड के लिये पर्चे लिखे गए थे, पर हमने एक्सरे रूम में जाकर देखा तो दर्जनों मरीज अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. वहीं, एक्सरे रूम में डॉक्टर और टेकनीशियन भी मौजूद नहीं थे.
क्या बोले मेडिकल अधिकारी
मेडिकल अधिकारी डॉक्टर अभिषेक ने बताया कि एक्सरे मशीन और अल्ट्रासाउंड के लिये यहां टेकनीशियन का अभाव हैं. जबकि उन्होंने दवाइयों के पर्याप्त मात्रा में होने की अपनी बात कही. बहरहाल, यहां के डॉक्टर ने मीडिया को देखकर एक बार फिर से अपने विभाग को बचाने की भरसक प्रयास किया. जबकि तस्वीर कुछ और ही कहती हैं.