वैशाली: जहरीली शराब से लगातार मौतों के बाद शराबबंदी कानून (Prohibition Law) को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल उठने लगे हैं. इस बीच जनाधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने भी बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यदि शराबबंदी को पूर्ण रूप से लागू करनी है तो विधायिका और कार्यपालिका दोनों की जिम्मेदारी तय करनी होगी.
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हाजीपुर के सदर अनुमंडल अंतर्गत सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व सांसद पप्पू यादव ने कहा कि हमारा रेवेन्यू (Revenue) बर्बाद हो रहा है आम जनता का टैक्स जा रहा है. इसलिए सरकार को चाहिए कि ज्यादा टैक्स लेकर विदेशी शराब को शुरू कर दें.
पप्पू ने सरकार को घेरते हुए एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि शराबबंदी को पूर्णता लागू करनी है तो विधायिकी और कार्यपालिका दोनों की जिम्मेदारी तय करनी होगी. उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की जिम्मेदारियां तय नहीं है, जिसके चलते शराबबंदी कानून धरातल पर नहीं उतरा है. इसके लिए नीतीश सरकार जिम्मेदार है.
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वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के जन्मदिन पर तंज कसते हुए कहा कि भाग्य से नहीं, कर्म से आगे बढ़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि ईश्वर उन्हें सदबुद्धि दे और उनके अंदर की अज्ञानता दूर करे.
आपको बताएं कि बिहार के गोपालगंज, बेतिया और समस्तीपुर में जहरीली शराब पीने से 40 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं लगातार सवालों का सामना कर रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) 16 नवंबर को इसको लेकर समीक्षा बैठक करेंगे, जिसमें सभी मंत्री और सभी आला अधिकारी शामिल होंगे. आगे क्या कुछ करना है, उसकी भी रणनीति तैयार होगी. कितनी शिकायतें आईं और कितने कंप्लेन पर गंभीरता से कार्रवाई हुई, इन सब चीजों को सीएम देखेंगे.