वैशाली: केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने विपक्ष को एकजुट करने की नीतीश कुमार के अभियान (Nitish opposition unity campaign) को झटका देते हुए बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने चले थे, लेकिन शरद पवार ने ही उनके अभियान को झटका दे दिया था. एक अनार सौ बीमार वाली कहावत का उदाहरण देते हुए कहा कि देश में जितने भी क्षेत्रीय दल हैं सभी के नेता प्रधानमंत्री के दावेदार हैं. लेकिन देश में पीएम पद की वैकेंसी खाली ही नहीं है.
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"प्रजातांत्रिक व्यवस्था में बहुमत का राज होता है. यहां उलटी गंगा बह रही है एमएलए नहीं है मुख्यमंत्री के उम्मीदवार हैं एमपी नहीं है प्रधानमंत्री बनाएंगे. यह अच्छी शुरुआत मेरे हिसाब से नहीं हैं"- पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री
देश में प्रजातांत्रिक व्यवस्थाः केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने सोमवार को हाजीपुर में एक प्रेस कांफ्रेंस में ये बातें कहीं. वे हाजीपुर दौरे पर आए थे. पशुपति कुमार पारस ने कहा कि देश में प्रजातांत्रिक व्यवस्था है. यहां बहुमत का राज होता है. लेकिन यह बिहार का दुर्भाग्य है कि जिसके पास विधायक नहीं है वह मुख्यमंत्री बनना चाहता है और जिसके पास एमपी नहीं है वह प्रधानमंत्री बनना चाहता हैं.
एक तीर से दो निशानाः बता दें कि प्रधानमंत्री बनाने के बारे में उन्होंने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा था. उनसे जब पूछा गया कि क्या मुख्यमंत्री वाला बयान चिराग पासवान के लिए है तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि बहुत से लोग हैं जो मुख्यमंत्री का उम्मीदवार हैं जिनके विधायक नहीं. कयास यही लगाया जा रहा है कि उन्होंने एक साथ चिराग पासवान और तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है.