वैशाली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन की जानकारी मिलते ही उनके पैतृक जिले वैशाली के महनार प्रखंड के पानापुर शाहपुर गांव में उनके जानने वालों की भीड़ जुटने लगी है. पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. उनके घर में तो ताला लगा है लेकिन आस पड़ोस के लोग उनके दरवाजे पर बैठकर शोकाकुल हैं.
उनके मित्र और सहयोगी चंदेश्वर झा ने बताया कि वह रघुवंश बाबू को 1971 से जानते हैं. उनके जैसा व्यक्तित्व आज ढूंढने से भी नहीं मिल सकता. राजनीति के साथ-साथ घर परिवार में भी उनके जैसा कोई नहीं था. उनके जाने से हमें बहुत बड़ी क्षति हुई है.
गरीबों की आवाज उठाने का किया काम
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि रधुवंश प्रसाद गरीबों के नेता थे और गरीबों की आवाज उठाने का काम करते थे. बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह का रविवार को निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली एम्स में आखिरी सांस ली. फेफड़े में संक्रमण की वजह उन्हें भर्ती कराया गया था. अचानक तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था.