वैशाली: जिले में नीतीश सरकार की प्राथमिकता वाली नल जल योजना की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. योजना की राशि की निकासी कर ली गई, लेकिन नल जल योजना का कार्य आधा अधूरा ही छोड़ दिया गया. वहीं, प्रशासनिक महकमा मूकदर्शक बना हुआ है.
आधा-अधूरा ही छोड़ दिया गया कार्य
दरअसल लालगंज प्रखंड के सिरसा विरन पंचायत के वार्ड संख्या 16 में जल नल योजना का कार्य आधा अधूरा ही छोड़ दिया गया है. लेकिन इस योजना की पूरी राशि दस लाख पैंतीस हजार रुपया की निकासी कर ली गई. जल नल योजना के तहत पानी टंकी बनाए जाने के बदले सीधे सप्लाई वाटर के पाइप से जोड़ दिया गया है. इतना ही नहीं नियमों को ताक पर रखते हुए बिजली के मोटर को बिना लाइन के कनेक्शन लिए ही पोल से नल के मोटर को जोड़ दिया गया है. जिसकी वजह से बिजली आते ही मोटर का चलना शुरू हो जाता है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
वहीं, पाइप में नलकूप भी नहीं लगाया गया है. जिसकी वजह से मोटर चलते ही पानी बहने लगता है. ऐसे में पानी की भी भारी बर्बादी हो रही है. लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. ग्रामीणों का कहना है कि नल जल योजना में मिलीभगत के बल पर सरकारी राशि में भारी घपलेबाजी की गई है. नल जल योजना के कार्य को आधा अधूरा छोड़ दिए जाने के कारण ग्रामीणों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. जगह-जगह गड्ढे खोद दिये गये हैं, लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी पाइप नहीं लगाया गया और बाद में गढ्ढे भी भर दिए गए.
मुखिया पर लापरवाही का आरोप
एक वार्ड सदस्य के बेटे ने नल जल योजना में हुई लापरवाही का सीधा आरोप स्थानीय मुखिया पर लगाकर अपना पल्ला झाड़ लिया. उसने कहा कि मुखिया ने बरगला कर चेक पर साइन करवा लिया और पासबुक भी अपने पास रख लिया. अब जब पासबुक की मांग करता हूं, तो देने में आनाकानी कर रहे हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
बहरहाल मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आने पर जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. जिलाधिकारी के मुताबिक प्रथम दृष्टया मामले में घोर लापरवाही दिख रही है. ऐसे में जिलाधिकारी ने जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है.