वैशाली: शराबबंदी वाले बिहार (Liquor Ban In Bihar) में शराब माफिया शराब की होम डिलीवरी (liquor smuggling in bihar) देने के नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं. शराब बेचने के नए तरीकों को देखकर पुलिस और उत्पाद विभाग का भी सर चकराने लगा है. उत्पाद विभाग ने एक ऐसे शख्स को शराब के साथ गिरफ्तार किया है जो सुबह सुबह पेपर के साथ तो शाम को पिज्जा के साथ शराब की होम डिलीवरी करता था.
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पेपर बेचने की आड़ में शराब की होम डिलीवरी: पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर उत्पाद इसके तार खंगालने में पुलिस जुट गई है. खबर हाजीपुर (liquor smuggling in Hajipur ) के नगर थाना क्षेत्र से है जहां पातालेश्वर नाथ मंदिर (Pataleshwar Nath Temple) के पास पेपर बेच रहे एक युवक की जब तलाशी ली गई तो उसके पास से 25 लीटर शराब बरामद किया गया. उत्पाद अधीक्षक विजय शेखर दुबे को गुप्त सूचना मिली थी कि शहर के कई क्षेत्रों में अलग-अलग तरीकों से शराब की होम डिलीवरी की जा रही है. जिसके बात उत्पाद अधीक्षक ने उत्पाद अवर निरीक्षक विकास कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर धंधेबाज के पीछे लगाया था.
एक धंधेबाज गिरफ्तार: गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद की टीम मौके पर पहले से मौजूद थी. जैसे ही पेपर बेचने के बहाने धंधेबाज होम डिलीवरी देने आया उत्पाद विभाग की टीम ने उसे मौके पर ही दबोच लिया. पकड़ा गया आरोपी सदर थाना क्षेत्र के गदाई सराय निवासी संजय कुमार बताया गया है. संजय कुमार से पूछताछ के बाद उत्पाद विभाग को जानकारी मिली कि संजय अहले सुबह से पेपर बेचने के आड़ में शराब की होम डिलीवरी अपने ग्राहकों को करता था और दोपहर के बाद पिज्जा ब्वॉय बनकर चखना और शराब दोनों अपने ग्राहकों को डिलीवर करने का काम कर रहा था.
गुप्त सूचना पर कार्रवाई: इसके लिए बस पहले फोन के जरिए ग्राहकों से आरोपी संजय कुमार की बातचीत हो जाती है. छापेमारी टीम का नेतृत्व कर रहे उत्पाद के अवर निरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति जो गदाई सराय का रहने वाला है, वह पेपर बेचने के साथ ही शराब की होम डिलीवरी (home delivery of liquor in vaishali) करता है. सूचना के आधार पर ही हम लोग पहले से मौजूद थे. लेकिन हम लोगों को देखकर आरोपी भागने लगा तो उसका पीछा करके उसे पकड़ा गया. वह न्यूज़पेपर की आड़ में शराब बिक्री करता है.
"सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति जो गदाई सराय का रहने वाला है वो थैले में लेकर चुलाई शराब की होम डिलीवरी करता है. साथ ही साथ पेपर भी बेचता है. हमलोगों ने सूचना के आधार पर कार्रवाई की. हमें देखकर साइकिल से भागने लगा. हमने इसका पीछा किया और इसे पकड़ लिया. थैले को चेक किया तो पाया कि उसमें शराब रखी हुई है."- विकास कुमार, उत्पाद अवर निरीक्षक
शराब बेचने के नए हथकंडे से विभाग में हड़कंप: शराबबंदी वाले बिहार में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए बिहार सरकार लगातार काम कर रही है. बिहार सरकार जितनी तेजी से धंधेबाजों को पकड़ने के लिए जाल बिछा रही है, धंधेबाज भी उससे ज्यादा तेजी से शराब बेचने के हथकंडे अपना रहे हैं. ऐसे में उत्पाद और पुलिस विभाग को भी धंधेबाजों से दो कदम आगे की सोचनी होगी.
बिहार में 6 साल से शराबबंदी: बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराबबंदी है. राज्य में पूर्ण शराबबंदी को लागू हुए 6 साल बीत चुके हैं. इन 6 सालों के दौरान शायद ही कोई ऐसा दिन बीता हो, जिस दिन बिहार के शराबबंदी कानून तोड़ने की खबर ना आई हो. पुलिस की सख्ती के बावजूद शराबबंदी वाले बिहार में शराब धड़ल्ले से बिक रही है. होली पर जहरीली शराब पीने से अलग-अलग जिलों में 41 लोगों की मौत हो गई थी. कई लोगों की आंखों की रौशनी भी चली गई थी.
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