वैशाली: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) है. बावजूद इसके शराब का कारोबार धड़ल्ले से जारी है. शराब तस्कर शराब को छुपाने के लिए और उसकी तस्करी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं. ऐसा ही एक मामला वैशाली के भगवानपुर थाना क्षेत्र से (Liquor Recovered From Grave In Vaishali) सामने आया है. यहां नल जल योजना के पाइप में शराब माफियाओं ने शराब की बोतलों को छुपाकर रखा था. उत्पाद विभाग की टीम ने 361 कार्टन शराब बरामद के साथ ट्रक चालक को गिरफ्तार किया था. शराब की कीमत 40 लाख बताई जा रही है.
पढ़ें- शराबियों के घर चिपका पोस्टर, दूसरी बार पी तो जाएंगे जेल, पूरे गांव-मोहल्ले में दी जाएगी खबर
वैशाली में पाइप की आड़ में शराब तस्करी का खुलासा: मामला वैशाली का है. जहां बिठौली में मध निषेध विभाग की टीम ने ट्रक में बने तहखाने के अंदर से 361 पेटी विदेशी शराब बरामद किया. यह शराब दीवाली के मौके पर खपाने के लिए लाई जा रही थी. ट्रक में नल जल योजना की पाइप में छुपाकर शराब की तस्करी की जा रही थी. पुलिस ने जांच में पाया कि ट्रक में तहखाना बनाकर उसके अंदर शराब को छुपाकर रखा गया है.
तहखाने में थी 40 लाख की शराब : बिठौली के एनएच 22 पर खड़ी ट्रक को मध निषेध की टीम ने जांच किया. उसी समय मालूम हुआ कि नल जल योजना के पाइप से लदे ट्रक में शराब की तस्करी की गई है. इस मामले में ट्रक चालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के अनुसार शराब की कीमत 40 लाख रूपये बताई जा रही है. वहीं पुलिस का कहना है कि इस ट्रक को गुजरात से वैशाली के भगवानपुर लाई जा रही थी. जिसमें नल जल योजना का पाइप लाया जाया जा रहा था. जबकि शराब माफियाओं ने बड़ी चालाकी से उस ट्रक में भारी मात्रा में विदेशी शराब को भी डाल दिया था और ट्रक में शराब छिपाने के लिए तहखाना भी बनाया गया था.
गुजरात से बिहार लाई जा रही थी शराब: पुलिस के सुत्रों का कहना है कि 'गुजरात से वैशाली के लिए चलते ही मध निषेध टीम को इसकी भनक लग गई थी. उसके बाद पटना पुलिस ने जाल बिछाकर इस ट्रक को हाजीपुर-मुजफ्फरपुर मुख्य सड़क चेकपोस्ट पर जांच पड़ताल के दौरान पकड़ा है. हालांकि ट्रक को रोकते ही ट्रक से कूदकर तस्कर वहां से फरार हो गया. फिर पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार किया गया है'.